योगेंद्र यादव ने कहा-विरोधियों के दुख में भी साथ खड़े होना इंसानियत
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
लखीमपुर खीरी कांड में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मुलाकात करना योगेंद्र यादव को भारी पड़ा। संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव को एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। उधर, इस मामले में शुक्रवार को योगेंद्र यादव ने कहा कि विरोधियों के भी दु:ख में शरीक होना इंसानियत और भारतीय संस्कृति के अनुरूप है।

बता दें कि भारत सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानून के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में किसान संगठन पिछले 11 महीने से दिल्ली की सीमाओं पर लगातार धरना दे रहे हैं।
पिछले दिनों लखीमपुर खीरी में चार किसानों और एक पत्रकार को कुचल कर मारने की हृदय विदारक घटना घटित हुई थी। इस घटना के बाद आक्रोशित किसानों ने बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा की पिटकर मार दिया था। लखीमपुर दौरा के दौरान योगेंद्र यादव ने शुभम मिश्रा के घर गए थे और उनके परिजनों से मुलाकात की थी।

योगेंद्र यादव ने कहा-विरोधियों के दुख में भी साथ खड़े होना इंसानियत
मैं उनकी शान में नहीं बल्कि उनके परिवार से शोक संवेदना व्यक्त करने के लिए शुभम मिश्रा के घर गया था। अपने विरोधियों के भी दु:ख में शरीक होना इंसानियत और भारतीय संस्कृति के अनुरूप है। मेरी यही समझ रही है कि मानवीय संवेदना की सार्वजनिक अभिव्यक्ति से कोई भी आंदोलन कमजोर नहीं बल्कि मजबूत होता है। जाहिर है आंदोलन में हर साथी इस राय से सहमत नहीं हो सकता और मेरी उम्मीद है कि इस सवाल पर एक सार्थक संवाद शुरू हो सकेगा।
किसी भी आंदोलन में व्यक्तिगत समझ से ऊपर होती है सामूहिक राय। मुझे खेद है कि यह निर्णय लेने से पहले मैंने संयुक्त किसान मोर्चा के अन्य साथियों से बात नहीं की। मुझे इस बात का भी दुख और खेद है कि इस खबर से किसान आंदोलन में जुड़े अनेक साथियों को ठेस पहुंची। मैं संयुक्त किसान मोर्चा की सामूहिक निर्णय प्रक्रिया का सम्मान करता हूं और इस प्रक्रिया के तहत दी गई सजा को सहर्ष स्वीकार करता हूं। इस ऐतिहासिक किसान आंदोलन की सफलता के लिए मैं पहले से भी ज्यादा लगन से काम करता रहूंगा।
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