यूपी80 न्यूज, लखनऊ
संविधान निर्माता बाबा साहब भीम राव आम्बेडकर Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar को ‘हाथी’ बहुत पसंद था। इसलिए बसपा ने अपना चिन्ह (हाथी) को चुना। बाबा साहब ने खुद अपने राजनीतिक सहयोगी दादा साहब गायकवाड़ को लिखे पत्र में इसका उल्लेख किया है। पत्र में उन्होंने ‘हाथी’ को सबसे निराला प्राणी बताया था।
बाबा साहब ने 22 जून 1951 को अपने सहयोगी गायकवाड़ को लिखे पत्र में उन्होंने उल्लेख किया,
“आगामी चुनाव के लिए पार्टी को किस चुनाव चिन्ह को लेना चाहिए इसके लिए बंबई सरकार के सेक्रेटरी ने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई है। उसी पत्र में उन्होंने मुझसे यह पूछा कि आप कौन सा चुनाव चिन्ह लेंगे।“
“चिन्ह इस तरह स्वतंत्र और उठावदार होना चाहिए, जिससे एक चिन्ह का दूसरी चिन्ह के साथ मेल-मिलाप न हो। हमारा चिन्ह दूसरे चिन्ह से एकदम स्वतंत्र और निराला होना चाहिए। मुझे लगता है कि अपने चिन्ह के लिए किसी न किसी जानवर को पसंद करूंगा और प्राणियों में भी ‘हाथी’ को पसंद करूंगा। ‘हाथी’ एक ऐसा जानवर है जो सभी प्राणियों से एकदम निराला है।”
चूंकि बाबा साहब को हाथी बहुत प्रिय था। इसलिए बहुजन समाज पार्टी ने अपना चुनाव चिन्ह हाथी चुना।