पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सहित सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने डीजीपी मुख्यालय के बाहर धरना दिया
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश की सत्ता की बागडोर चार बार संभालने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया को अब यूपी पुलिस UP Police पर भरोसा नहीं रहा। सपा मुखिया अखिलेश यादव Akhilesh yadav को अब पुलिस की चाय से भी डर लगने लगा है। उन्हें लगता है कि पुलिस उन्हें चाय में जहर मिला कर दे सकती है। कड़ाके की सर्दी में भी रविवार को लखनऊ का राजनीतिक पारा आसमान पर था। विवादित टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी Samajwadi Party के आफिसियल ट्विटर हैंडल के संचालक मनीष जगन अग्रवाल Manish Jagan Agarwal की गिरफ्तारी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सुबह में ही डीजीपी कार्यालय पहुंच गए। सपा अध्यक्ष डीजीपी मुख्यालय DGP Headquarter में दो घंटे तक रुकने के बाद मनीष जगन अग्रवाल से मिलने से सीधे लखनऊ जेल पहुंच गए।
डीजीपी कार्यालय पहुंच कर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पुलिस अधिकारियों पर नाराजगी जताई। इस दौरान, पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें चाय के लिए पूछा गया तो सपा अध्यक्ष ने चाय पीने से इंकार कर दिया और कहा,
”हम यहां की चाय नहीं पिएंगे। हम अपनी (चाय) लाएंगे, कप आपका ले लेंगे। हम नहीं पी सकते, जहर दे दोगे तो? हम बाहर से मंगा लेंगे।“
उधर, सपा अध्यक्ष के डीजीपी मुख्यालय पहुंचने की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य सहित सैकड़ों की संख्या में सपा कार्यकर्ता और नेता मुख्यालय पहुंच गए, जिन्हें पुलिस ने मेनगेट पर ही रोक लिया, जिससे नाराज होकर सपा कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही बैठ गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आसपास के थानों की पुलिस बुला ली गई और बैरिकेडिंग कर कर दी गई। स्थिति को संभालने के लिए पुलिस को लाठियां भी भांजनी पड़ी।
जगन से मिलने जेल भी पहुंचे अखिलेश यादव:
अखिलेश यादव यहीं पर नहीं रुके। डीजीपी मुख्यालय से निकलने के बाद वह सीधे मनीष अग्रवाल से मिलने जेल पहुंच गए।