वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने कहा-भारत की पत्रकारिता वीरान हो गई; प्रदेश के तमाम राजनीतिक हस्तियों ने कमाल खान को दी श्रद्धांजलि
बलिराम सिंह, वाराणसी/लखनऊ
एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार कमाल खान के असामयिक निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। 61 वर्षीय कमाल खान की हार्ट अटैक से शुक्रवार सुबह निधन हो गया। देश की जानी-मानी हस्तियों ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी। उधर, वाराणसी में गंगा आरती को कमाल खान को समर्पित की गई। वाराणसी के पत्रकारों ने प्रार्थना कर अपने चहेते पत्रकार साथी को श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा,
“कमाल खान के निधन से पत्रकारिता जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। कमाल खान जी चौथे स्तंभ व निष्पक्ष पत्रकारिता के एक मजबूत प्रहरी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। कमाल खान के निधन से ना सिर्फ पत्रकारिता जगत के लोगों को बल्कि बड़ी संख्या में उन्हें चाहने वालों को गहरा दुख पहुंचा है।“
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए श्रद्धांजलि दी,
“एनडीटीवी से जुड़े प्रतिष्ठित व जाने-माने टीवी पत्रकार कमाल ख़ान की अचानक ही निधन की ख़बर अति-दुःखद तथा पत्रकारिता जगत की अपूर्णीय क्षति है। उनके परिवार व उनके सभी चाहने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे, ऐसी कुदरत से कामना।”
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा,
“पत्रकारिता की एक गंभीर आवाज़ बनकर उभरे कमाल ख़ान जी का जाना… बेहद दुखद है!
उनके सच की गहरी आवाज़ हमेशा बनी रहेगी…
भावभीनी श्रद्धांजलि!”
अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा,
“एनडीटीवी के वरिष्ठ पत्रकार श्री कमाल खान जी की हार्ट अटैक से असामयिक मृत्यु की दुःखद जानकारी मिली है। मन अत्यंत व्यथित है। उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूँ। कमाल खान जी के निधन से पत्रकारिता जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है। कमाल जी चौथे स्तंभ व निष्पक्ष पत्रकारिता के एक मजबूत प्रहरी थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।”
भारत की पत्रकारिता वीरान हो गई: रविश कुमार
मैग्सेसे अवार्ड विजेता वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार ने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा,
“फिर कोई दूसरा कमाल ख़ान नहीं होगा। भारत की पत्रकारिता आज तहज़ीब से वीरान हो गई है। वो लखनऊ आज ख़ाली हो गया जिसकी आवाज़ कमाल ख़ान के शब्दों से खनकती थी। NDTV परिवार आज ग़मगीन है। कमाल के चाहने वाले करोड़ों दर्शकों का दु:ख ज्वार बन कर उमड़ रहा है। अलविदा कमाल सर।”