एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21 का रिपोर्ट आने के बाद जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने पीएम से की अपील
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार और उत्तर प्रदेश में ग्रोथ रेट का आंकड़ा देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा सबसे ज्यादा खराब है। नीति आयोग द्वारा 2020-21 के लिए जारी एसडीजी इंडेक्स की सूची में सबसे नीचे बिहार है और नीचे से चौथे नंबर पर उत्तर प्रदेश है। बिहार की दयनीय स्थिति को लेकर जदयू ने एक बार फिर से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है। जदयू के संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है।
उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट के जरिए लिखा है,
“बिहार-झारखंड विभाजन के उपरांत प्राकृतिक संपदाओं का अभाव और बिहारवासियों पर प्राकृतिक आपदाओं के लगातार दंश के बावजूद नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार अपने कुशल प्रबंधन से बिहार में विकास की गति देने में लगी है। लेकिन वर्तमान दर पर अन्य राज्यों की बराबरी संभव नहीं है।”
श्री कुशवाहा ने आगे लिखा है,
“नीति आयोग की हालिया रिपोर्ट इसका प्रमाण है। अत: विनम्र निवेदन है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की जेडीयू की वर्षों से लंबित मांग पर विचार करें और बिहारवासियों को न्याय दें।”

आरजेडी के निशाने पर नीतीश:
उधर, एसडीजी रिपोर्ट आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार आ गए हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने ट्वीट किया है, “बधाई हो! आखिरकार 16 वर्षों की बिहारनाशक मेहनत से बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया।”
एसडीजी इंडिया इंडेक्स 2020-21:
इस बार विकास दर में केरल एक बार फिर पहले पायदान पर आया है। हिमाचल प्रदेश देश भर में दूसरे नंबर पर आ गया है। हिमाचल प्रदेश में सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में बेहतर काम किया है। जबकि सबसे खराब स्थिति बिहार की है।
बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्य:
केरल – 75
हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु – 74
आंध्र प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, उत्तराखंड – 72
सिक्किम – 71
महाराष्ट्र – 70
खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य:
उत्तर प्रदेश – 60
असम – 57
झारखंड – 56
बिहार -52