कोरोना काल में मृत किसानों को सरकार मुआवाजा दे: धर्मेंद्र मलिक
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
“हरियाणा में 35 रुपए प्रति किलोवाट बिजली है, जबकि उत्तर प्रदेश में यही बिजली 175 रुपए प्रति किलोवाट हो जाती है। यूपी में किसान को देश में सबसे महंगी बिजली दी जा रही है।” भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ.राकेश टिकैत ने यह विचार रखते हुए कहा है कि देश के किसानों को सरकार की दोहरी नीतियों के बारे में जागरूक करने के लिए 11 जुलाई से मंडलवार बैठकें की जाएंगी और एक अगस्त से सूबे में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसके अलावा गन्ना मूल्य का बकाया भुगतान के बारे में भी लोगों को बताएंगे।
चौ.राकेश टिकैत ने कहा कि तीन काले कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं का एमएसपी मूल्य 1975 रुपए होने के बावजूद 1400 रुपए प्रति क्विंटल बेचा गया। अब धान की फसल का भी वही हाल होगा। इसीलिए किसान एमएसपी पर कानून की मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी में किसान को देश में सबसे महंगी बिजली दी जा रही है।
भाकियू राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने कहा कि यूपी में जहां गन्ना किसानों का अभी भी साढ़े आठ हजार करोड़ रूपया बकाया, वहीं पूरे देश में गन्ना किसानों का साढ़े 21 हजार करोड़ रूपया बकाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के व्यवहार को देखते हुए यह तो साफ है कि बार्डर पर आंदोलन लंबा चलेगा। हम तीन कानूनों की वापसी तक इसे पूरी मजबूती से चलाते रहेंगे।
भाकियू मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा सूबे में आंदोलन के दौरान कोरोना में मारे गए किसानों को मुआवजा देने की भी मांग की जाएगी। सरकार किसानों को कृषि दुर्घटना बीमा योजना में कवर करे। इसके साथ ही भाकियू किसानों की बिजली के घंटे 18 से घटाकर 12 करने के मुद्दे को भी जोर से उठाएगी।
भाकियू प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर के अलावा प्रदेश में किसानों के साथ तमाम समस्याएं हैं। हर क्षेत्र के किसान की अलग समस्या है। वेस्ट यूपी के किसान का गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान का मुद्दा है तो दूसरे क्षेत्रों में कही आलू किसान का मुद्दा है, कहीं दलहन किसान का। भारतीय किसान पूरे सूबे के किसानों को हक को लेकर फिक्रमंद हैं और सभी किसानों की लड़ाई पूरे जोर के साथ लड़ेगी। मंडल स्थल पर बैठकों के बाद हम जिला स्तर, तहसील स्तर, ब्लॉक स्तर और गांव स्तर तक जाएंगे।
ट्रैक्टर मार्च:
कल भाकियू की ट्रेक्टर यात्रा शामली जनपद से चलकर 10 जुलाई को सिंघु बॉर्डर पर आएगी। जिसका नेतृत्व गौरव टिकैत करेंगे। किसान ट्रेक्टर यात्रा में हजारों ट्रेक्टर का काफिला होगा।