पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 फरवरी को डाले जाएंगे वोट
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान का चुनाव प्रचार मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। प्रदेश में प्रथम चरण का चुनाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जनपदों की 58 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को होगा। इनमें योगी सरकार के दर्जन भर मंत्रियों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ही रहा है, जिसकी वजह से इन मंत्रियों को चुनाव में काफी पसीना बहाना पड़ रहा है।
बता दें कि 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की इन 58 सीटों में से 53 सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई थी और इसी का नतीजा रहा कि इस इलाके से प्रदेश के मंत्रिमंडल में दर्जन भर विधायकों को मौका मिला।
मुख्य मुद्दा:
इस इलाके में किसानों की समस्या के अलावा, महंगाई, बेरोजगारी और गन्ने का बकाया भुगतान, अवारा पशु, महंगी बिजली मुख्य मुद्दा है।
इन मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी:
थाना भवन से सुरेश राणा
शिकारपुर से अनिल शर्मा
छाता से लक्ष्मी नारायण चौधरी
मुजफ्फरनगर सदर से कपिल देव अग्रवाल
हस्तिनापुर से दिनेश खटीक
आगरा कैंट से डॉक्टर जीएस धर्मेश
अतरौली से पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पौत्र एवं मंत्री संदीप सिंह
मथुरा से श्रीकांत शर्मा
गाजियाबाद से अतुल गर्ग