फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष ब्राह्मण एवं विधान परिषद के सभापति राजपूत बिरादरी से हैं, 18 अक्टूबर को है चुनाव
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बीजेपी की सहयोगी केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल एस ने मांग की है कि किसी दलित अथवा ओबीसी वर्ग के जनप्रतिनिधि को उत्तर प्रदेश विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया जाए। अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य आशीष पटेल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी को विधानसभा का उपाध्यक्ष किसी दलित अथवा ओबीसी वर्ग के विधायक को बनाना चाहिए।
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विधानसभा उपाध्यक्ष के निर्वाचन के लिए 18 अक्टूबर की तारीख घोषित कर दी है। इस बाबत 17 अक्टूबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक नामांकन किया जाएगा।
आशीष पटेल ने कहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनाव में केंद्र की एनडीए सरकार और उत्तर प्रदेश की भाजपा गठबंधन की सरकार बनाने में पिछड़ा वर्ग एवं दलित वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। ऐसे में विधानसभा का उपाध्यक्ष किसी दलित अथवा ओबीसी वर्ग के विधायक को बनाना चाहिए। ताकि पिछड़ा एवं दलित वर्ग में एक अच्छा संदेश जाए।
बता दें कि बीजेपी ने फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष पद पर ब्राह्मण और विधान परिषद सभापति पद पर राजपूत बिरादरी के नेता को बिठा रखा है। ऐसे में पिछड़े वर्ग के बुद्धिजीवियों का कहना है कि अपना दल एस ने बहुत ही सही मांग की है। प्रदेश में सर्वाधिक आबादी पिछड़ों और दलित समाज की है।
बता दें कि 2018 में सपा के पूर्व राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने भाजपा में शामिल हो गए। 70 वर्षीय नरेश अग्रवाल का पुत्र नितिन अग्रवाल फिलहाल हरदोई से सपा के बागी विधायक हैं। उम्र के इस पड़ाव पर नरेश अग्रवाल अपने पुत्र को स्थापित करना चाहते हैं।