यूपी80 न्यूज, गाजीपुर
समान शिक्षा संघर्ष मोर्चा द्वारा पूरे देश में एक समान शिक्षा की मांग को लेकर संघर्ष जारी है। संयोजक राधेश्याम की नेतृत्व में मोर्चा ने प्रधानमंत्री कार्यालय तक साइकिल यात्रा कर उन्हें पत्रक सौंप चुका है। इसी क्रम में मोर्चा द्वारा स्वाभिमान जगाओ यात्रा का भी आयोजन किया गया, जो जिले के बलुईया बाबा चांद दियर मांझी घाट से शहीद स्मारक मोहम्मदाबाद गाजीपुर जाकर सम्पन्न हुआ।
एक समान शिक्षा की मांग को लेकर बलिया जनपद के बलुईया बाबा चांद दियर मांझी घाट से शहीद स्मारक गाजीपुर तक निकाली यात्रा के दौरान संघर्ष मोर्चा के संयोजक राधेश्याम द्वारा अपने शरीर को जंजीरों से बांधा गया था। इस सम्बन्ध में संघर्ष मोर्चा में शामिल शायर व कवि अरशद हिन्दुस्तानी का कहना है कि जंजीरों से अपने आपको बांधकर राधेश्याम द्वारा लोगों को संदेश देना था।
राधेश्याम ने कहा कि आज जातिवाद, धर्मवाद, क्षेत्रवाद से जकड़ी जनता अपने नेता को वोट कर रही है, परन्तु उनसे अपने आने वाली पीढ़ी की शिक्षा के बावत कुछ सवाल नहीं कर रही है। कहा कि राधेश्याम का उद्देश्य लोगों को जंजीर रूपी इस जकड़न से आजाद होकर उन्हें अपनी आने वाली पीढ़ी के भविष्य के बारे में सोचने का संदेश देना था। कहा कि पूरे देश में एक समान शिक्षा लागू होने पर ही नेता के साथ ही उसे वोट देने वाली जनता का भविष्य सुधर सकता है। अरशद हिन्दुस्तानी संघर्ष के दौरान अपनी खूबसूरत आवाज से शिक्षा के लिए लोगों को जगाने का कार्य कर रहे हैं।
देश में दो तरह की शिक्षा क्यों?
उन्होंने सवाल किया कि एक देश में दो तरह की शिक्षा व्यवस्था क्यों? सरकारी स्कूलों में सिर्फ किसान मजदूर,रिक्शा चालक, ठेला चालक और फुटपाथ पर रहने वाले का बच्चा पढ़ेगा और प्राइवेट स्कूलों में नेता, अधिकारी व अमीर का बच्चा पढेगा ऐसा क्यों? कहा कि संसद में एक बिल लाकर एक समान शिक्षा की व्यवस्था करें। ताकि प्रधानमंत्री का बेटा और प्रधानमंत्री के घर में झाड़ू पोछा करने वाले का बेटा एक साथ एक ही स्कूल में पढ़ सकें। तभी देश का विकास होगा।