मायावती और मान्यवर कांशीराम की प्रतिमा को छोड़कर नदी का पूरा किनारा रोशनी में डूबा है
लखनऊ, 14 जुलाई
लखनऊ के गोमती नदी के किनारे स्थित सामाजिक परिवर्तन स्थल पर बसपा सुप्रीमो मायावती और बसपा के संस्थापक मान्यवर कांशीराम की मूर्ति स्थापित है। लेकिन ये मूर्तियां रोजाना रात होते ही अंधेरे में खो जाती हैं।
आधुनिक लखनऊ की स्थापना का मुख्य श्रेय मायावती को जाता है। उन्होंने गोमती नदी के किनारे सामाजिक परिवर्तन स्थल की स्थापना की और यहां पर समाज के निचले तबको को जागरूक करने और उन्हें सामाज की मुख्य धारा में लाने वाले अधिकांश संतों की प्रतिमा को स्थापित करवाया। आश्चर्य की बात यह है कि सामाजिक परिवर्तन स्थल पर मायावती और कांशीराम की मूर्ति को छोड़कर नदी का पूरा किनारा और आसपास निर्मित ऐतिहासिक धरोहर रोशनी में डूबे हुए हैं, लेकिन इन दोनों मूर्तियों के पास अंधेरा छाया हुआ है। ऐसा क्यों?
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