मूलत: मिर्जापुर के रहने वाले स्वतंत्रदेव सिंह ने उरई में राजनीति की शुरूआत की
लखनऊ, 17 जनवरी
भाजपा के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह निर्विवाद तौर पर प्रदेश अध्यक्ष चुने गए। वृहस्पतिवार को केवल स्वतंत्रदेव सिंह ने ही नामांकन दाखिल किया। उनके खिलाफ किसी भी भाजपा नेता ने नामांकन नहीं किया। जांच में स्वतंत्रदेव सिंह का पर्चा ठीक पाया गया। शुक्रवार को भाजपा प्रदेश मुख्यालय में होने वाली प्रांतीय परिषद के सदस्यों की बैठक में स्वतंत्रदेव के भाजपा के निर्वाचित अध्यक्ष की औपचारिक घोषणा कर दी गई।
बता दें कि मोदी 2.0 में भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष डॉ.महेंद्र नाथ पांडेय को केंद्रीय मंत्री के तौर पर शामिल करने की वजह से स्वतंत्रदेव सिंह को उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष मनोनित किया गया था। लेकिन भाजपा संविधान के अनुसार मनोनित अध्यक्ष को छह महीने के अंदर निर्वाचित होना जरूरी है। अत: गुरुवार को नए अध्यक्ष पद के चयन की प्रक्रिया शुरू हुई। नए अध्यक्ष पद के लिए स्वतंत्रदेव सिंह के खिलाफ अन्य किसी भी भाजपा नेता ने नामांकन नहीं किया। ऐसे में शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में स्वतंत्रदेव सिंह को नए प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर घोषणा कर दी गई।
पेशे से पत्रकार रहे स्वतंत्रदेव सिंह मूलत: मिर्जापुर के रहने वाले हैं। हालांकि इनकी पढ़ाई-लिखाई उरई में हुई और वहीं से इन्होंने राजनीति की शुरूआत की। इनका शुरूआती नाम कांग्रेस सिंह है।
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राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के लिए भी नामांकन:
प्रदेश अध्यक्ष के अलावा राष्ट्रीय परिषद के 80 पदों के लिए 72 पदाधिकारियों ने नामांकन किया। इन सबकी निर्वाचित होने की घोषणा शुक्रवार को की गई। बता दें कि राष्ट्रीय परिषद के सदस्य ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव करेंगे। बता दें कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 19 जनवरी से शुरू होगी।
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