रेवती रमण सिंह का आरोप- अब मुलायम सिंह यादव के दौर के किसी नेता को पूछा नहीं जा रहा है
यूपी80 न्यूज, प्रयागराज
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव Akhilesh Yadav से नाराज होने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सूची लगातार बढ़ती ही जा रही है। समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों शिवपाल सिंह यादव व आजम खान के बाद अब राज्यसभा सदस्य कुंवर रेवती रमन सिंह Rewati raman Singh सपा प्रमुख अखिलेश यादव से नाराज हो गए हैं। उनका साफ कहना है कि समाजवादी पार्टी Samajwadi Party में तो अब मुलायम सिंह यादव Mulayam singh Yadav के दौर के किसी भी नेता को पूछा नहीं जा रहा है। पार्टी के किसी भी फैसले को अखिलेश यादव अकेले ही ले रहे हैं, जो कि पार्टी के लिए ठीक नहीं है। रेवती रमण सिंह राज्यसभा के वरिष्ठ सदस्य हैं। अगले महीने उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है। उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता मुरली मनोहर जोशी को हराया था। इलाहाबाद से लोकसभा सदस्य रहे कुंवर रेवती रमण सिंह प्रदेश में मुलायम सिंह यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे थे।

कुंवर रेवती रमण सिंह राज्यसभा का टिकट न मिलने से नाराज हैं। उन्होंने साफ कहा कि उनके समर्थक उनको राज्यसभा का टिकट ना मिलने से नाराज हैं। वह अपने समर्थकों से बात करने के बाद जुलाई के पहले हफ्ते में कोई निर्णय लेंगे। वह अभी तो समाजवादी पार्टी में हैं और सही समय आने पर उचित निर्णय लेंगे। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी को उनको राज्यसभा के लिए टिकट देना चाहिए था। उनको काफी उम्मीद थी। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनसे वादा किया था कि उन्हें दोबारा राज्यसभा भेजा जाएगा, लेकिन बिना उनसे बातचीत किए सीधे फैसला ले लिया। उन्होंने कहा कि अगर मुझे टिकट नहीं देना था तो पार्टी के ही किसी नेता को राज्यसभा भेजते, लेकिन अखिलेश यादव का कपिल सिब्बल को टिकट देना किसी के भी गले नहीं उतर पा रहा है।

रेवती रमण सिंह ने कहा कि पार्टी में अब मुलायम सिंह यादव का दौर नहीं रहा, वह होते तो पार्टी की यह स्थिति नहीं होती। यह दिख रहा है अखिलेश यादव ने नई सपा तैयार कर ली है। पिछले चुनावों के नतीजे सामने हैं। अखिलेश यादव को समझना चाहिए कि आखिरकार उनसे कहां गलती हो रही है। उनको हार की समीक्षा करनी चाहिए कि ऐसा किन कारणों से हो रहा है। रेवती रमण सिंह ने कहा कि उनको टिकट न मिलने से जो समर्थक इस्तीफा दे रहे हैं, वह उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं।