काशी क्षेत्र में तीन महिलाओं ने मोदी की रखी लाज
वाराणसी, 23 मई
काशी क्षेत्र में तीन महिला प्रत्याशियों ने साइकिल पर हाथी की सवारी को रोक दिया है। तीनों महिला प्रत्याशियों ने बम्पर वोटों से जीत हासिल की है। काशी क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मजबूत करने वाली ये तीन महिलाएं हैं अनुप्रिया पटेल, केसरी देवी पटेल और रीता बहुगुणा जोशी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिर्जापुर से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल को, फूलपुर से पांच बार रह चुकी जिला पंचायत अध्यक्ष केसरी देवी पटेल को और इलाहाबाद संसदीय क्षेत्र से उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को चुनाव मैदान में उतारा था। इन तीनों महिला प्रत्याशियों ने काशी क्षेत्र में भारी मतों से जीत हासिल की है।
मिर्जापुर से भाजपा, अपना दल (एस) और निषाद पार्टी की संयुक्त प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल ‘कप – प्लेट’ के चुनाव चिन्ह् पर चुनाव लड़ रही थीं। उन्होंने सपा – बसपा गठबंधन प्रत्याशी राम चरित्र निषाद को 231000 वोटों से शिकस्त दी है। अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है।
इलाहाबाद से पांच बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी केसरी देवी पटेल को यहां से नामांकन के अंतिम समय में टिकट दिया गया। बावजूद इसके केसरी देवी पटेल ने यहां से कमल खिला दिया। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार पंधारी यादव को भारी मतों से हराया है।
बता दें कि 2014 में यहां से भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2017 में केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनने पर यहां से इस्तीफा दे दिया। 2018 में यहां हुए उपचुनाव में भाजपा को करारी हार मिली थी और सपा बसपा गठबंधन से नागेंद्र सिंह पटेल ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2019 में नागेंद्र सिंह पटेल का टिकट काटकर अखिलेश यादव ने अपने स्वजातीय पंधारी यादव को यहां से टिकट दिया। लेकिन चुनाव में पंधारी यादव को हार का सामना करना पड़ा।
इलाहाबाद से भाजपा ने उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को मैदान में उतारा था। उनके सामने सपा- बसपा गठबंधन ने पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के करीबी रहे राजेंद्र सिंह पटेल को टिकट दिया। लेकिन रीता बहुगुणा जोशी के विजय रथ को राजेंद्र सिंह पटेल नहीं रोक सके और रीता बहुगुणा जोशी को भारी मतों से जीत हासिल हुई।