उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद 1200 शिक्षा मित्रों के घर में हो फैल गया अंधेरा
मिर्जापुर, 25 जुलाई
शिक्षा मित्रों ने गुरुवार को पूरे प्रदेश में काला दिवास मनाया। प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षा मित्रों ने हाथों में काली पट्टी बांध कर उच्चतम न्यायालय के फैसले का विरोध किया।
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बता दें कि दो साल पहले 25 जुलाई को शिक्षा मित्रों को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का अहम फैसला आया था। शिक्षा मित्र एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष एवं आजमगढ़ के रौनापार निवासी नागेंद्र सिंह का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसला से आहत 1200 शिक्षा मित्रों की असमय मौत हो चुकी है, जिसकी वजह से इनके परिवार का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
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नागेंद्र सिंह का कहना है कि शिक्षा मित्रों ने प्राथमिक विद्यालयों के डूबते हुए भविष्य को बचाया है। शिक्षा मित्रों ने इसे अपनी कर्मभूमि मानकर जवानी के लगभग 20 बसंत प्राथमिक विद्यालयों में देने के बाद भी आज न जाने किस अपराध की सजा भुगतने को बाध्य हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस गंभीर समस्याओं पर विचार कर उचित निर्णय लेकर शिक्षा मित्रों का भविष्य सुरक्षित और संरक्षित करें।