लालू यादव गरीबों का ख्याल रखते हैं, विधान परिषद पहुंचकर गरीबों की आवाज बनूंगी और उनके लिए काम करूंगी: मुन्नी देवी
यूपी80 न्यूज, पटना
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव Lalu Prasad Yadav की पार्टी ने रेलवे स्टेशन Railway Station पर कपड़ा धोने washing clothes वाली दलित महिला मुन्नी देवी Munni Devi उर्फ मुन्नी रजक Munni Rajak को विधान परिषद MLC का उम्मीदवार घोषित किया है। लालू यादव के इस फैसले का बिहार सहित पूरे देश में दलित समाज प्रशंसा कर रहा है। मुन्नी देवी अपने जीवनयापन के लिए खुसरुपुर रेलवे स्टेशन पर कपड़े धोती हैं और प्रेस करती हैं। लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने खुद अपनी गाड़ी से उन्हें घर तक छोड़ने गए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पैतृक जनपद नालंदा के बख्तियारपुर बिहटा के अलीपुर गांव की रहने वाली मुन्नी देवी दलित समाज (धोबी) से आती हैं। वह खुसरुपुर रेलवे स्टेशन के बाहर कपड़े प्रेस करती हैं। उनके पास खुद का मोबाइल भी नहीं है। मुन्नी देवी राजद महिला प्रकोष्ठ की महासचिव हैं। राजद द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर एवं दलित समाज से आने वाली महिला को टिकट देकर पूरे देश को एक बड़ा संदेश दिया है।
विधान परिषद का उम्मीदवार बनाए जाने पर मुन्नी देवी ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और मीसा भारती के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा है,
“मुझे फोन कर बुलाया गया था। मुझे लगा आज वट सावित्री पूजा है, इसलिए कोई उपहार दिया जाएगा। सपने में भी नहीं सोचा था कि विधान परिषद भेजने का फैसला किया जाएगा। मेरा अभी तक न कोई अपना घर है, न कोई जमीन. भाड़े के घर में रहती हूं और दूसरों के कपड़े साफ कर आज भी गुजारा करती हूं। पूरा परिवार आज भी कपड़ा धोकर ही अपनी जिंदगी का ऐसी गरीब महिला को टिकट देकर राजद ने साबित कर दिया कि हर किसी का ख्याल लालू प्रसाद यादव रखते हैं। मुन्नी देवी ने कहा कि आज लोग लालू प्रसाद यादव को फंसाने का काम कर रहे हैं, जबकि वो गरीबों का ख्याल रखते हैं। विधान परिषद पहुंचकर गरीबों की आवाज बनूंगी और उनके लिए काम करूंगी।”
7 सीटों पर होना चुनाव:
बिहार विधान परिषद की 7 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए राजद ने तीन उम्मीदवारों की घोषणा की है। इनमें कारी शोएब, मुन्नी देवी और अशोक पांडेय।