चीफ जस्टिस ने 7 दिनों में मांगी पूरी रिपोर्ट
MLA, Kuldeep Singh Sengar, accused of rape and murder, was expelled from BJP.
नई दिल्ली / लखनऊ, 1 अगस्त
आखिरकार भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने भी लाज बचाने के लिए उन्नाव रेप कांड के मुख्य आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। उधर, गुरुवार को उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए एक्सीडेंट की जांच मात्र 7 दिनों में पूरा करने का निर्देश दिया है। चौतरफा विरोध की वजह से गुरुवार को भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी से निष्कासित कर दिया। बता दें कि इस गंभीर मामले की वजह से बुधवार शाम को विशेष हेलिकॉप्टर के जरिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह को लखनऊ से दिल्ली तलब किया गया।
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बता दें कि भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पिछले साल ही अरेस्ट हो गया था और उसके खिलाफ सीबीआई जांच चल रही थी, लेकिन रविवार को इस मामले की पीड़िता की मौसी, चाची और ड्राईवर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई और पीड़िता एवं उसके वकील बुरी तरह से घायल हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए विपक्ष और मीडिया ने इस मामले में योगी सरकार को कटघरे में खड़ा किया।
उच्चतम न्यायालय के चीफ जस्टिस ने इस मामले में पूरी जानकारी मांगी है। पीड़िता के पिता की मौत कैसे हुई, उनकी गिरफ्तारी, पिटाई और मौत के बीच का अंतर पूछा है। न्यायालय ने सारे केस ट्रांसफर करने का आदेश दिया है। इसके अलावा चीफ जस्टिस ने पीड़िता के बेहतर इलाज के लिए दिल्ली स्थित एम्स लाने का आदेश दिया है।
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उधर, बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि स्थानीय भाजपा सांसद साक्षी महाराज द्वारा जेल में बंद बलात्कार के मुख्य आरोपी से मुलाकात करना यह साबित करता है कि बलात्कारियों को सत्ताधारी भाजपा सरकार का संरक्षण मिल रहा है।