यूपी80 न्यूज, अमृतसर/नई दिल्ली
सिखों की सर्वोच्च धार्मिक संस्था श्री अकाल तख्त ने पंजाब Punjab के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल Ex CM Sukhbir Singh Badal को तनखैया (धार्मिक कदाचार में दोषी) घोषित करते हुए सजा सुनाई थी। सजा के तहत सुखबीर सिंह बादल मंगलवार को अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर पहुंच कर सेवादार के तौर पर काम शुरू किया। सुखबीर सिंह बादल पर आरोप है कि 2015 में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार के दौरान ग्रुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम Gurmit Ram Rahim का पक्ष लिया था।
मंगलवार सबुह सुखबीर सिंह बादल गले में तख्ती लटकाकर श्री हरमिंदर साहिब पहुंचे। सजा के तौर पर सुखबीर बादल ने स्वर्ण मंदिर में सेवादार के रूप में काम शुरू किया। अकाली दल प्रमुख स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर व्हीलचेयर पर बैठे नजर आए। इस दौरान उनके गले में तख्ती और हाथ में एक भाला था।
ये सजा सुनाई गई:
सुखबीर सिंह बादल आज दोपहर 12 बजे से एक बजे तक स्वर्ण मंदिर में शौचालय साफ करेंगे।
शौचालय साफ करने के बाद स्नान करेंगे।
इसके बाद वो लंगर चलाएंगे।
साथ ही एक घंटा बर्तन साफ करेंगे।
एक घंटा गुरवाणी सुनेंगे।
इसके अलावा उन्हें जूते साफ करने की सजा भी सुनाई गई है।
सजा शुरू होने से पहले उनके गले में तख्ती डाली जाएगी।
इन आरोपों के लिए मिली सजा:
यह सजा सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख संत गुरमीत राम रहीम को माफी दिलाने, श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और सिख युवाओं की हत्या करवाने वाले पुलिस अधिकारियों को उच्च पदों पर आसीन करने समेत कई पंथक गलतियों के लिए सुनाई गई।
जत्थेदार रघबीर सिंह की ओर से धार्मिक सजा सुनाने के तुरंत बाद सुखबीर सिंह बादल समेत सभी दोषी अकाली नेताओं के गले में तख्तियां डाली गईं।
इन तख्तियों पर गुरबाणी की पंक्तियां अंकित हैं-
निरवैर पुरख सतगुरु प्रभ दाते,
हम अपराधी तुम बख्शाते,
जिस पापी को मिले ना ढोई,
शरण आवे ता निर्मल होई।।
इसमें परमात्मा को संबोधित करते हुए कहा गया है कि हे वाहेगुरु हम अपराधी हैं और तुम बख्शने वाले हो। हम जैसे जिस भी पापी को कोई शरण आसरा सहारा नहीं मिलता है, वह अगर तेरी शरण में आ जाता है, तो वह पवित्र पावन हो जाता है।