एटा में वीरांगना अवंतीबाई लोधी तो प्रतापगढ़ में डॉ.सोनेलाल पटेल स्टेट मेडिकल कॉलेज नामकरण का विरोध
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
आजादी के 70 साल बाद भी दलित-पिछड़ा समाज के प्रति वैमनस्य भाव जारी है। यह वैमनस्यता केवल जाति तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इस समाज से आने वाले महापुरुषों के खिलाफ भी कुछ लोग विरोध कर रहे हैं। प्रदेश के एटा जनपद में निर्मित मेडिकल कॉलेज का वीरांगना अवंतीबाई लोधी और प्रतापगढ़ में निर्मित मेडिकल कॉलेज का डॉ.सोनेलाल पटेल स्टेट मेडिकल कॉलेज किए जाने का कुछ लोगों ने विरोध किया है। इन दोनों जनपदों में विरोध करने वाले ये चेहरे भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं समर्थक हैं। हालांकि इन विरोधों से समाज के वंचित तबके में गहरी नाराजगी है।
एटा स्थित वीरांगना अवंतीबाई लोधी मेडिकल कॉलेज का विरोध :
मध्य प्रदेश के सिवनी जिला में 16 अगस्त 1831 को पैदा हुई वीरांगना अवंतीबाई लोधी का 1857 की क्रांति में महत्वपूर्ण स्थान है। अवंतीबाई लोधी ने अंग्रेजी हुकूमत के दांत खट्टे कर दिए। अंग्रेजों के खिलाफ लड़ते हुए 20 मार्च 1858 को वीरांगना अवंतीबाई लोधी शहीद हो गई।
लेकिन आज वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर एक मेडिकल कॉलेज का नामकरण करने पर विरोध हो रहा है। विरोध करने वाले लोग कॉलेज का नाम पं.दीन दयाल उपाध्याय रखने की मांग कर रहे हैं। हालांकि यहां पर राष्ट्रीय लोधी युवा महासभा ने भी कहा है कि मेडिकल कॉलेज का नाम वीरांगना अवंतीबाई लोधी के नाम पर ही होना चाहिए।
प्रतापगढ़ स्थित डॉ.सोनेलाल पटेल स्टेट मेडिकल कॉलेज का विरोध:
योगी सरकार ने प्रतापगढ़ में नवनिर्मित मेडिकल कॉलेज का नामकरण अपना दल के संस्थापक डॉ.सोनेलाल पटेल के नाम पर रखा है। प्रतापगढ़ डॉ.सोनेलाल पटेल की कर्मस्थली रही है। 20 साल पहले पार्टी का पहला विधायक भी प्रतापगढ़ से जीता था। डॉ.सोनेलाल पटेल ने जीवन के अंतिम समय तक प्रतापगढ़ के गरीबों, वंचित वर्ग के उत्थान के लिए संघर्ष किया। लेकिन योगी सरकार की घोषणा के अगले दिन से ही भाजपा के एक पूर्व विधायक ने इस घोषणा का विरोध किया है। भाजपा नेता के विरोध से जनपद में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अपना दल एस के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य ने आशीष पटेल ने कहा है कि डॉ.सोनेलाल पटेल जी ने अपनी पूरी जिंदगी मजलूमों, कमेरों, वंचितों के लिए संघर्ष करते हुए होम कर दी। उन्हें ब्रजेश मिश्रा सौरभ तो क्या किसी के प्रमाण पत्र की जरूरत नहीं है। पूर्व विधायक का बयान बताता है कि वह जातीय कुंठा और सामंतवादी मानसिकता से ग्रस्त एक कुंठित व्यक्ति हैं। उन्होंने भाजपा शीर्ष नेतृत्व से ब्रजेश मिश्र सौरभ के खिलाफ तत्काल कठोर कार्रवाई की मांग की है। अपना दल एस के प्रतापगढ़ से विधायक राजकुमार पाल, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने भी कड़ा ऐतराज जताया है।