सरकारी कर्मचारियों की नाराजगी दूर करने की हो रही है कोशिश, विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को मिला था झटका
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव फतह के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ सरकारी कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से लेना शुरू कर दिए हैं। अब प्रदेश में रिटायरमेंट से छह महीने पहले ही सरकारी कर्मचारी की पेंशन के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और तीन महीने पहले पेंशन, ग्रेच्युटी आदि के भुगतान के आदेश जारी हो जाएंगे। रविवार को लखनऊ स्थित लोकभवन सचिवालय में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसकी औपचारिक शुरुआत करेंगे।
बता दें कि फिलहाल पेंशनर को ही सारे कागजी कार्य करने पड़ते हैं और भागदौड़ करनी पड़ती है। पेंशनर के पेंशन प्रपत्र और सेवा संबंधी अभिलेख डाक द्वारा पीपीओ निर्गत करने वाले प्राधिकारी को भेजे जाते थे, जिसमें काफी समय लगता था। यदि पेंशन प्रपत्रों में कोई कमी अथवा त्रुटि पाई जाती थी तो उसे वापस डाक द्वारा संबंधित कार्यालय को भेजा जाता था और वहां से त्रुटि का निराकरण होने के उपरान्त फिर से उक्त अभिलेख पीपीओ निर्गतकर्ता को भेजे जाते थे। इस व्यवस्था में पारदर्शिता का अभाव था। शासन स्तर से समय से पेंशन प्रकरणों का निस्तारण करने के आदेश तो थे, लेकिन लोगों को अनेक व्यावहारिक दिक्कतें होती थीं। सीएम योगी के इस अभिनव प्रयास से पेंशनरों की मुश्किलें खत्म हो जाएंगी और सेवानिवृत्त होने पर आसानी से पेंशन और ग्रेच्युटी आदि का भुगतान भी हो जाएगा।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारियों ने योगी सरकार को झटका दे दिया था। पोस्टल बैलेट के जरिए किए गए मतदान में समाजवादी पार्टी गठबंधन को 51.5 परसेंट वोट मिले, जबकि भाजपा को मात्र 33.3 परसेंट वोट मिले।