आजमगढ़ जेल में बंद पत्रकारों से कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को मिलने नहीं दिया गया
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश बोर्ड एक्जाम के पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए गए बलिया के पत्रकारों (अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता उर्फ झब्बू) के समर्थन में अधिवक्ता संघ के बाद कांग्रेस भी उतर आयी है। कांग्रेस के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू Ajay Kumar Lallu ने कहा है कि प्रदेश सरकार और उसकी मशीनरी ने नकल माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय तीन निर्दोष पत्रकारों को ही जेल में भेज दिया है। यह अति निंदनीय है। उन्होंने तीनों पत्रकारों से मिलने आजमगढ़ Azamgarh स्थित जेल गए, लेकिन जेल प्रशासन ने उन्हें मिलने नहीं दिया। अजय कुमार लल्लू ने बलिया जाकर तीनों पत्रकारों के परिजनों से भी मुलाकात की है और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश सरकार ने तीन निर्दोष पत्रकार जिन्होंने सच को अपने समाचार पत्र में प्रकाशित किया उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले संस्कृत का परीक्षा पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल करने वालों पर प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। फिर अंग्रेजी का पेपर लीक होता है। बलिया के स्थानीय पत्रकार मामले को उजागर करते हैं, लेकिन सरकार व उसकी मशीनरी ने दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय पत्रकारों को ही जेल में डाल दिया। सरकार ने उत्तर प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज मैं आजमगढ़ स्थित जेल गया था। वहां मैं सामान्य प्रक्रिया के तहत पत्रकारों से मिलना चाहा, लेकिन जेल प्रशासन ने मिलने से मना कर दिया और कहा कि सरकार का आदेश नहीं है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय, ब्लॉक अध्यक्ष नगरा दीपक सिंह, धनन्जय मिश्रा, पुष्पेन्द्र यादव, जय प्रकाश यादव, एससी-एसटी प्रदेश सचिव रमेश कुमार, अतुल यादव, विशाल चौरसिया, सुनील पाण्डेय, संतोष गोयल, सतेन्द्र यादव, मोनू, भोला यादव इत्यादि उपस्थित थे।
