राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के निदेशक एवं भाजपा BJP किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री घनश्याम पटेल Ghanshyam Patel ने कहा-खड़सारी उद्योग के लिए प्रदेश सरकार ने की है बड़ी घोषणा
यूपी80 न्यूज, बलिया
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरो बजट की खेती पर जोर दिया है। गांव का किसान अपनी खेती का प्रबंधन करे, गो पालन करे और गो पालन से जो पदार्थ जैसे दूध, घी आदि मिलेगा उसका भी बाजार में कीमत है। गोमूत्र व गोबर जो मिलता है वह कम्पोस्ट का काम करती है। जब जैविक खेती करेंगे तो वह खेती रासायनिक दुष्प्रभाओं से मुक्त होगी और मानव जीवन के लिए हितकारी होगी।” भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री एवं राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के निदेशक घनश्याम पटेल Ghanshyam Patel ने बलिया दौरा के दौरान एक प्रेस वार्ता के दौरान यह बात कही।
घनश्याम पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी का ‘किसानों का उत्थान’ एक विजन है। उत्तर प्रदेश सरकार भी किसानों के हित के लिए अनेकों कार्य कर रही है। किसानों को अपनी खेती को उद्योग की दिशा में ले जाना पड़ेगा। पूरी दुनिया में जितने भी खाद्य पदार्थ हैं वह सभी कृषि उत्पादनों से ही बनते हैं। भारत सरकार ने खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में छोटी-छोटी बहुत सारी योजनाएं चलाकर किसानों को मजबूत करने की दिशा में कार्य कर रही है।
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बीमारियों का कारण बन रही हैं रासायनिक खाद:
श्री पटेल ने कहा कि फिलहाल प्रधानमंत्री जी का जोर है कि लोग जैविक खेती से जुड़ें। पूरी दुनिया के भीतर रासायनिक खादों से उत्पादित कृषि जिंस रोगों का कारण बन रहा है। भारत का आयुर्विज्ञान और भारत की जो वनस्पतियां हैं वह मनुष्य के जीवन के अनुकूल है। उन्होंने कहा कि आर्गेनिक खेती का एक बड़ा कारण साग-भाजी यानी सब्जियां हैं। भारत खुद एक बड़ी आबादी का देश है और हमारे देश की आवश्यकताएं इससे पूरी होती है इसके साथ साथ दुनिया के बहुत सारे देश हमारे देश से साग-भाजी का आयात भी करते हैं। यानी हम निर्यातक देश हैं, जब हमारे यहां किसान उत्पादन करेगा, जैविक खेती करेगा, अच्छी सब्जियों को पैदा करेगा तो जो बाजार का मूल्य है, वो उसे प्राप्त करेगा।
खड़सारी उद्योग के लिए बड़ी घोषणा:
घनश्याम पटेल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक बड़ा काम किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने खड़सारी उद्योग के लिए रास्ते खोल दिए हैं। अब कोई भी किसान अपने घर पर 100 टन के उत्पादन का क्रेशर लगा सकता है। सरकार उसको सुविधाएं दे रही है। गन्ना किसान के लिए एथेनाल वरदान होने जा रहा है। अभी तक किसान गन्ना से गुड़ ओर सीरा बनाते थे, परन्तु अब एथेनाल (जो पेट्रोल की जगह ईंधन का कार्य करेगा) बनाकर अपनी स्थिति मजबूत बना सकते हैं।