अभी भी अखिलेश यादव के साथ हैं और गठबंधन में जब तक वो हैं तब तक हम रहेंगे: ओमप्रकाश राजभर
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
सुभासपा SBSP प्रमुख ओमप्रकाश राजभर Omprakash Rajbhar ने ऐलान किया है कि राष्ट्रपति चुनाव presidential election में वह भाजपा BJP उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू Draupadi Murmuका समर्थन करेंगे। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल वह अभी भी अखिलेश यादव के साथ हैं और गठबंधन में जब तक वो हैं तब तक हम रहेंगे। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने यह घोषणा की।
बता दें कि आजमगढ़ उपचुनाव Azamgarh By election के बाद ओमप्रकाश राजभर और सपा Samajwadi Party प्रमुख अखिलेश यादव Akhilesh Yadav के बीच दूरियां बढ़ गई हैं। ओमप्रकाश राजभर द्वारा दी गई नसीहतें अखिलेश यादव को नागवार गुजरी हैं। हालांकि एमएलसी चुनाव के बाद से ही सुभासपा के नेता सार्वजनिक तौर पर सपा प्रमुख के खिलाफ नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। लेकिन आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के बाद ओमप्रकाश राजभर सपा प्रमुख पर कुछ ज्यादा ही हमलावर हो गए हैं।
सुभासपा के 6 विधायक:
पिछले पांच सालों से ओमप्रकाश राजभर का ग्राफ लगातार बढ़ता गया है। 2017 में भाजपा गठबंधन में सुभासपा को 4 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। 2022 में सपा गठबंधन के तहत सुभासपा की सीटें बढ़कर 6 हो गई हैं। राष्ट्रपति चुनाव में सुभासपा के ये विधायक एनडीए उम्मीदवार NDA Candidate द्रौपदी मुर्मू को अपना वोट देंगे।
ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार शाम को सोशल मीडिया पर ट्वीट किया,
“सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सदैव शोषित, दलित,पिछड़ों व समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के हक की आवाज को बुलन्दी के साथ उठाने काम किया है और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए” माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह Amit Shah जी एवं मुख्यमंत्री उप्र० श्री योगी आदित्यनाथ Yogi Adityanath जी के आग्रह पर..”
बैठक में न बुलाने से नाराज हैं ओमप्रकाश राजभर:
गठबंधन में जब तक वो हैं तब तक हम रहेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि वो अखिलेश के साथ वोट देने के लिए तैयार थे। लेकिन विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा Yashwant Sinha के लखनऊ आगमन पर अखिलेश यादव ने उन्हें पार्टी की बैठक में नहीं बुलाया।
बता दें कि पिछले सप्ताह द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दी गई डिनर पार्टी में सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर, प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव शामिल हुए थे।
बेटे को विधान परिषद भेजना चाहते थे ओमप्रकाश राजभर:
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि राज्यसभा उपचुनाव में अखिलेश यादव ने रालोद RLD प्रमुख जयंत चौधरी Jayant Chaudhary को प्रत्याशी बनाया और उन्हें राज्यसभा भेज दिया, लेकिन विधान परिषद चुनाव में सुभासपा प्रमुख के बेटे को नजरअंदाज किया गया। उनकी जगह पर सपा कोटे से दो मुस्लिम, एक यादव चेहरा के अलावा विधानसभा चुनाव के ऐन मौके पर पार्टी में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य को विधान परिषद भेजा गया। इससे सुभासपा में गहरी नाराजगी है।