यूपी80 न्यूज, लखनऊ
समाज कल्याण विभाग में फार्मासिस्टों के 104 पद सृजित हैं, जिनमें 90 प्रतिशत से अधिक पद खाली पड़े हुए हैं। बरसों से नियुक्तियां नहीं हो रही हैं। विभाग में पदोन्नति के पद नहीं हैं, जिससे फार्मासिस्ट अपने मूल पदों से ही सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कोई सेवा नियमावली नहीं बनी है। समस्याओं के निदान के लिए जल्द ही फार्मेसिस्टो का सम्मेलन आयोजित होगा। यह निर्णय भागीदारी भवन में संपन्न समाज कल्याण फार्मासिस्ट एसोसिएशन की बैठक में लिया गया।
बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष एआर कौशल ने की। बैठक में प्रमुख रूप से फार्मासिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव और महामंत्री अशोक कुमार अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्री कौशल ने बताया कि अभी तक संवर्ग की सेवा नियमावली नहीं बन पाई है। फार्मासिस्टों की कोई वरिष्ठता सूची नहीं है, 14 फार्मेसिस्टों से कार्य संचालन हो रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत विभिन्न आवासीय विद्यालयों में उपचार हेतु डिस्पेंसरी है, जिसमें 24 घंटे उपचार की सुविधा है। ज्यादातर डिस्पेंसरी बिना फार्मासिस्ट के चल रही हैं। 24 घंटे संचालित होने वाले चिकित्सालय में अतिरिक्त पद सृजित नहीं किए जा रहे हैं। बच्चों के स्वास्थ्य की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होने के कारण फार्मेसिस्ट एसोसिएशन समाज कल्याण विभाग, निदेशक, प्रमुख सचिव एवं मंत्री को समस्याओं से अवगत कराएगा।
अगले माह संघ का सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें अगली रणनीतियां तय की जायेंगी। फार्मेसिस्ट फेडरेशन ने संघ को सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक को महामंत्री एसपी पटेल, अबू सलीम, राकेश कुमार, प्रमोद पटेल, यूथ फार्मेसिस्ट फेडरेशन के कपिल यादव ने संबोधित किया।