नए मंत्रिमंडल में जेडीयू JDU के शामिल होने को लेकर संशय बरकरार
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
मोदी 2.0 सरकार Modi 2.0 Govt में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर उलटी गिनती शुरू हो गई है। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर केंद्र सरकार कभी भी घोषणा कर सकती है। 2019 में दूसरी बार सत्ता में आने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी PM Narendra Modi पहली बार मंत्रिमंडल विस्तार करने जा रहे हैं। मंत्रिमंडल में पिछले साल कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया Jyotiraditya Scindia, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव Bhupendra Yadav, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी Sushil Kumar Modi, असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल Sarbanand Sonowal, अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल Anupriya Patel सहित कई चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। हालांकि बिहार में भाजपा की मुख्य सहयोगी जेडीयू के मोदी मंत्रिमंडल में शामिल होने को लेकर अभी भी संशय बरकरार है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश सहित देश के 6 राज्यों में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह विस्तार काफी मायने रखता है। माना जा रहा है कि इस बार के विस्तार में उत्तर प्रदेश एवं बिहार में सहयोगी दलों को जगह देने के अलावा ब्राह्मण व पिछड़ा और दलित वर्ग को भी साधने की कोशिश की जाएगी। विशेषकर 7 महीने बाद उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा इन वर्गों को साधने की कोशिश में लगी हुई है।
पढ़ते रहिए www.up80.online जौनपुर में दगाबाजी, भीतरघात व बाहुबल के बीच पंचायत अध्यक्ष का चुनाव
यूपी के पूर्वांचल से आने वाले ब्राह्मण सांसद रवि किशन, हरिद्वार दूबे, हरीश द्विवेदी, रमापति राम त्रिपाठी, सीमा द्विवेदी, विजय दुबे, शिवप्रताप शुक्ल में से किसी की लॉटरी निकल सकती है। बता दें कि पिछली बार पूर्वांचल विशेषकर गोरखपुर क्षेत्र से सीएम योगी को मुख्यमंत्री बनाने के बाद क्षत्रिय बनाम ब्राह्मण को बैलेंस करने के लिए शिव प्रताप शुक्ल को केंद्रीय मंत्री एवं कलराज मिश्रा को राज्यपाल बनाया गया था।
उधर, पिछड़ों को साधने के लिए महाराजगंज से पंकज चौधरी, बांदा से आरके सिंह पटेल, रेखा वर्मा एवं एसपी सिंह बघेल में से कोई एक मंत्री बन सकता है। पश्चिम से आने वाले जाट नेता संजीव बालियान का प्रमोशन हो सकता है। इसके अलावा एक अन्य जाट नेता को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। दलित वर्ग से आने वाले सेवानिवृत्त आईपीएस व सांसद बृजलाल, विनोद सोनकर अथवा बीपी सरोज में से कोई एक व्यक्ति मंत्री बन सकता है।
सहयोगी दल को भी जगह:
यूपी से भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल एवं निषाद पार्टी के मुखिया डॉ.संजय निषाद के पुत्र प्रवीण निषाद को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
पढ़ते रहिए www.up80.online यूपी से ये चेहरे मोदी कैबिनेट में हो सकते हैं शामिल