बंशीलाल सिंह, प्रयागराज
गुजरात Gujrat के साबरमती जेल से माफिया अतीक अहमद Atiq Ahmed एवं बरेली जेल से उसके छोटे भाई अशरफ को सोमवार को नैनी जेल Naini Jail लाया गया। सन 2006 में हुए उमेश पाल अपहरण कांड का फैसला 28 मार्च 23 को सुनाया जाना है। 25 जनवरी 2005 को बसपा विधायक राजू पाल की धूमनगंज में दिनदहाड़े अत्याधुनिक अस्सलहों से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके मुख्य गवाह उमेश पाल थे।
2006 में उमेश पाल का बंदूक की नोक पर अपहरण कर माफियाओं ने मनमाफिक हलफनामा लगवाया था। कोर्ट के आदेश पर दोनों को 28 मार्च को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जिसमें दोनों भाई सह आरोपी हैं। शहर के धूमनगंज में 24 फरवरी 2023 को दिनदहाड़े उमेश पाल एवं उनके दो सुरक्षा कर्मियों की ताबड़तोड़ गोलियां एवं बम मार कर हत्या कर दी गई थी। जिसमें भी मास्टरमाइंड दोनों भाई मुख्य आरोपी हैं। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद रविवार शाम 5:45 बजे गुजरात के साबरमती जेल से माफिया अतीक अहमद को प्रयागराज पुलिस भारी सुरक्षा घेरे में लेकर नैनी जेल के लिए निकली सोमवार शाम 5:30 बजे नैनी जेल में माफिया अतीक अहमद का दाखिला सुरक्षित कराया गया।
पहली बार देखने को मिला की सेंट्रल जेल नैनी के अंदर मेन गेट के भीतर प्रिजन वैन ले जाकर किसी कैदी को उतारा गया। अमूमन खूंखार से खूंखार कैदियों को मेन गेट पर उतारकर उन्हें पुलिस के पहरे में अंदर ले जाया जाता है। किंतु अतीक अहमद को मीडिया से दूर रखने के लिए प्रिजन वैन गेट के अंदर दाखिल कर गेट बंद करके उतारा गया। 1 घंटे बाद ठीक 6:30 बजे बरेली जेल से अशरफ को नैनी जेल में दाखिल कराया गया। साबरमती जेल से 13 सौ किलोमीटर की यात्रा सड़क मार्ग से प्रयागराज पुलिस ने 24 घंटे के अंदर पूरा किया। 28 मार्च को उमेश पाल अपहरण कांड के 11 आरोपियों को सजा सुनाई जाएगी।
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