बहुचर्चित सारकेगुड़ा कांड, घटना में 7 नाबालिग भी मारे गए थे
रायपुर, 2 दिसंबर
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला के सारकेगुड़ा गांव में सुरक्षा बलों ने 7 साल पहले 2012 में 17 निर्दोष निहत्थे आदिवासियों को गोली मार दी थी। इसमें 7 नाबालिग भी थे। बहुचर्चित सरकेगुड़ा कांड की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की लीक हुई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि सीआरपीएफ और छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों ने नक्सल ऑपरेशन के नाम पर 17 निर्दोष आदिवासी ग्रामीणों को एकतरफा फायरिंग में मार डाला था। ग्रामीण निहत्थे थें। आयोग का दावा है कि ग्रामीण खुले मैदान में बैठक कर रहे थे।
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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिला के बासागुड़ा स्थित सारकेगुड़ा गांव में 28 व 29 जून 2012 को यह घटना हुई थी। पुलिस ने मारे गए ग्रामीणों को नक्सली बता रही थी, लेकिन ग्रामीणों के विरोध पर मुख्यमंत्री रमन सिंह ने न्यायिक जांच आयोग का गठन किया। जबलपुर हाईकोर्ट के सेवानिवृत जज वीके अग्रवाल की अध्यक्षता में आयोग ने जांच शुरू की। आयोग ने अपनी जांच रिपोर्ट 17 अक्टूबर 2019 को शासन को सौंप दी।
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