कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सबसे गरीब विधायक तो बसपा के गुड्डू जमाली सबसे अमीर विधायक हैं
यूपी 80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआ) की ताजा रिपोर्ट में प्रदेश के 396 विधायकों में से 140 अर्थात 35 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 106 विधायकों पर गंभीर मामले दर्ज हैं। इनमें भाजपा के 304 में से 106 विधायक और समाजवादी पार्टी के 49 में से 18 विधायक, बसपा के 18 में से दो विधायक और कांग्रेस के एक विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल विधानसभा में 7 सीटें रिक्त हैं।
यह रिपोर्ट 2017 के विधानसभा चुनावों और उसके बाद हुए उपचुनावों में उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए शपथ पत्रों के आधार पर तैयार की गई है।
भाजपा के सर्वाधिक अमीर:
उत्तर प्रदेश विधानसभा में 396 में से 313 विधायक करोड़पति हैं। विधायकों की औसत संपत्ति 5.85 करोड़ है।
भाजपा के विधायक : 235 विधायक (77 प्रतिशत)
सपा : 49 में से 42 विधायक
बसपा : 16 में से 15 विधायक
कांग्रेस : 7 में से 5 विधायक
बसपा विधायक सर्वाधिक अमीर:
आजमगढ़ के मुबारकपुर से बसपा विधायक शाह आलम ऊर्फ गुड्डू जमाली सर्वाधिक अमीर हैं। इनके पास 118 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है। इनके अलावा दूसरा सर्वाधिक अमीर विधायक भी बसपा के विनय शंकर तिवारी हैं। विनय शंकर तिवारी गोरखपुर के चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक हैं। इनके पास 67 करोड़ से ज्यादा संपत्ति है। तीसरे स्थान पर आगरा के बाह से भाजपा विधायक रानी पक्षालिका सिंह हैं। इनके पास 58 करोड़ से अधिक की संपत्ति है।
95 विधायक केवल 8वीं से 12वीं तक ही पढ़े हैं:
प्रदेश के 396 में से 95 विधायक केवल 8वीं से 12वीं के बीच पढ़े-लिखे हैं। 290 विधायक स्नातक या इससे ज्यादा शिक्षित हैं। 4 विधायक केवल साक्षर हैं।
सबसे कम पैसे वाले विधायक:
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, भाजपा के धनंजय कन्नौजिया और विजय राजभर हैं। 2017 में नामांकन के दौरान अजय कुमार लल्लू ने हलफनामा में केवल 3 लाख 29 हजार 72 रुपए की संपत्ति का ही जानकारी दी थी। इनके अलावा नामांकन के दौरान विजय राजभर के पिता सब्जी बेचते थे।
सामाजिक कार्यकर्ता कल्याण सिंह कहते हैं कि छात्र राजनीति की तरह संसदीय राजनीति में भी आपराधिक छवि वाले लोगों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जाए। इसके लिए भाजपा, सपा सहित सभी राजनैतिक दलों को आगे आना चाहिए।