गोरखपुर मंडल में भाजपा तो आजमगढ़ मंडल में सपा गठबंधन की बल्ले-बल्ले
खतरें में है सांसद हरीश द्विवेदी, वीरेंद्र सिंह मस्त, संगम लाल गुप्ता, विनोद सोनकर की कुर्सी
The BJP has won 27 out of 28 seats in Gorakhpur division and the SP alliance has won 17 out of 21 seats in Azamgarh division.
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
यदि आज लोकसभा चुनाव Loksabha election हो तो वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर छोड़कर पूर्वांचल की अधिकांश सीटों पर समाजवादी पार्टी गठबंधन Samajwadi Party का कब्जा हो सकता है अथवा भाजपा BJP उम्मीदवार को कड़ी टक्कर मिल सकती है। यदि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 जैसे नतीजे लोकसभा चुनाव में आए तो सपा गठबंधन को लोकसभा की 23 सीटों पर जीत मिलेगी। जबकि भाजपा को 57 गठबंधन को 57 लोकसभा सीटों पर बढ़त मिलेगी। कांग्रेस Congress और बसपा BSP को शून्य से ही संतोष करना पड़ सकता है। जबकि 2019 लोकसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन को 64 सीटों पर जीत मिली थी। इसके अलावा 10 पर बसपा, 5 पर सपा व एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली थी।

समाजवादी पार्टी ने आजमगढ़ मंडल की 21 में से 17 सीटों पर फतह हासिल की है। भाजपा को केवल तीन सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी आजमगढ़ मंडल की आजमगढ़, लालगंज, घोसी, बलिया लोकसभा पर आसानी से कब्जा कर सकती है। बसपा के लिए भी खतरे की घंटी है। बसपा के कब्जे वाली सीट लालगंज, घोसी और गाजीपुर पर भी सपा गठबंधन जीतता दिख रहा है। इसके अलावा सलेमपुर सीट पर भी कांटे की टक्कर हो सकती है। सलेमपुर संसदीय क्षेत्र की पांच में से दो सीटों पर सपा गठबंधन और तीन सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है।

इन 23 सीटों पर सपा गठबंधन को बढ़त:
सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, मैनपुरी, बदायूं, रायबरेली, बांदा, कौशांबी, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, बस्ती, लालगंज, आजमगढ़, घोसी, बलिया, जौनपुर, गाजीपुर, भदोही। इनके अलावा शेष 57 सीटों पर भाजपा को जीत मिलती दिख रही है।

आजमगढ़ मंडल की 21 में से 17 सीटों पर सपा गठबंधन का कब्जा:
आजमगढ़ मंडल में आजमगढ़ की 10, मऊ की 4 और बलिया की 7 सीटों में से भाजपा को केवल 3 (राम विलास चौहान, दयाशंकर सिंह और केतकी सिंह) एवं बसपा को एक सीट मिली है।
गोरखपुर मंडल की 28 में से 27 सीटों पर भाजपा गठबंधन की बल्ले-बल्ले:

भाजपा गठबंधन ने गोरखपुर मंडल की गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज की 28 में से 27 सीटों पर जीत हासिल की है। महाराजगंज की फरेंदा सीट से कांग्रेस के विरेंद्र चौधरी को जीत मिली है।

बस्ती मंडल में कांटे की टक्कर:
बस्ती मंडल की बस्ती, संत कबीर नगर और सिद्धार्थनगर की 13 में से 7 सीटों पर भाजपा गठबंधन और 6 पर सपा ने जीत हासिल की है। भाजपा के वरिष्ठ नेता हरीश द्विवेदी की कुर्सी खतरे में है। इसके अलावा डूमरियागंज के सांसद जगदंबिका पाल और संत कबीर नगर के सांसद प्रवीण निषाद को भी कड़ी चुनौती मिल सकती है।
वाराणसी जनपद में भाजपा आगे, लेकिन मंडल में मिली कड़ी चुनौती:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ वाराणसी की आठों सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया है, लेकिन वाराणसी मंडल के अंतर्गत आने वाले गाजीपुर व जौनपुर में भाजपा पर सपा गठबंधन भारी पड़ा। मंडल की 28 में से केवल 15 सीटों पर भाजपा गठबंधन को जीत मिली है।

विंध्याचल मंडल में 12 में से 11 सीटों पर भाजपा गठबंधन का कब्जा:
विंध्याचल मंडल की 12 (मिर्जापुर की पांच, सोनभद्र की चार और भदोही की तीन सीटें) में से 11 सीटों पर भाजपा, अपना दल एस एवं निषाद पार्टी गठबंधन ने जीत का परचम लहराया है।

प्रयागराज की 28 में से 14 सीटों पर भी भाजपा गठबंधन को मिली जीत:

आजमगढ़ मंडल और बस्ती मंडल की तरह प्रयागराज मंडल में भी भाजपा गठबंधन को सपा गठबंधन ने कड़ी टक्कर दी है। भाजपा गठबंधन को यहां की 28 में से केवल 14 सीटों से संतोष करना पड़ा है। भाजपा के दिग्गज नेता केशव प्रसाद मौर्य और कैबिनेट मंत्री मोती सिंह को भी शिकस्त खानी पड़ी है। लोकसभा चुनाव में केशरी देवी पटेल, विनोद सोनकर और संगम लाल गुप्ता को कड़ी चुनौती मिल सकती है।