यूपी80, लखनऊ
महंगाई के इस दौर में प्रदेश के शिक्षा मित्रों की माली हालत फिलहाल खराब ही रहेगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्पष्ट किया है कि शिक्षा मित्रों का मानदेय बढ़ाने का फिलहाल कोई इरादा नहीं है।
बजट सत्र के दौरान समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य डॉ. मान सिंह द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षा मित्र मानदेय आधारित संविदा कर्मी हैं और उनके वेतन में किसी प्रकार की वृद्धि करने का कोई प्रस्ताव नहीं है। इससे पहले ध्रुव कुमार ने सवाल किया था कि यदि बजट में संविदा कर्मियों का मानदेय 20 हजार रुपए करने की घोषणा की गई है तो क्या शिक्षा मित्रों को भी इसका लाभ मिलेगा? इस पर मंत्री संदीप सिंह ने कोई ठोस उत्तर नहीं दिया। यह मामला शिक्षा मित्रों के भविष्य और उनके मानदेय के संबंध में महत्वपूर्ण सवाल खड़ा करता है।