कैट की पीएम मोदी से अपील- 15 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2023 वर्ष को “स्वराज वर्ष” घोषित किया जाए
यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
आजादी के अमृत महोत्सव Azadi Ka Amrit Mahotsav के अवसर पर पूरे देश में ‘हर घर तिरंगा Har Ghar Tiranga’ अभियान के तहत देश भर में इस बार 30 करोड़ से अधिक राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री हुई है और 500 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट CAIT) ने यह जानकारी दी है। कैट द्वारा जारी प्रेस नोट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 15 अगस्त 2022 से 15 अगस्त 2023 तक की अवधि को भारत की स्वतंत्रता के समाप्त होने पर “स्वराज वर्ष” के रूप में घोषित करने की अपील की है। कैट का मानना है कि इस अभियान ने देश में कोऑपरेटिव व्यापार की बड़ी संभावनाएं खोल दी है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि पिछले 15 दिनों के दौरान पूरे देश में कैट के बैनर तले बड़ी संख्या में व्यापारी संगठनों ने 3000 से अधिक तिरंगा कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें बड़ी संख्या में लोगों ने स्वेच्छा से भाग लिया। कैट के आह्वान पर देश भर में व्यापारी संगठनों ने सभी राज्यों में रैलियों, मार्च, मशाल जुलूस, तिरंगा गौरव यात्रा, सार्वजनिक सभाओं और सम्मेलनों सहित बड़े तिरंगा कार्यक्रम आयोजित कर देशभक्ति का भावना प्रवाह किया।
श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा फ्लैग कोड में पॉलिएस्टर और मशीनों से झंडे बनाने की अनुमति में किए गए बदलाव ने भी देश भर में झंडों की आसान उपलब्धता में बहुत योगदान दिया है। पहले भारतीय तिरंगे को केवल खादी या कपड़े में बनाने की अनुमति थी। ध्वज संहिता में इस संशोधन ने देश में 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिा, जिन्होंने अपने घर में या छोटे स्थानों पर स्थानीय दर्जी की सहायता से बड़े पैमाने पर तिरंगा झंडा बनाया। उन्होंने बताया कि पूर्व के वर्षों में स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे की वार्षिक बिक्री केवल 150 से 200 करोड़ रुपए तक सीमित थी, जबकि इस बार हर घर तिरंगा अभियान ने बिक्री को कई गुना बढ़ाकर 500 करोड़ रुपए तक कर दिया है।