अपना दल (एस) ने पीड़ितों को मुआवजा देने और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ऊर्फ मोती सिंह के अनेक दबाव के बावजूद आखिरकार गोविंदपुर-परसठ गांव में पिछले महीने 22 मई को पिछड़ी जाति (कुर्मी) के किसानों के घरों व मवेशियों को जलाने एवं महिलाओं के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार तथा पुरुषों व बुजुर्गों के साथ मारपीट मामले में दूसरे पक्ष के 14 लोगों के खिलाफ नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर लिया है। इसके लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद अनुप्रिया पटेल, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग, कांग्रेस व समाजवादी पार्टी, सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी, पूर्व सांसद बालकुमार पटेल, पूर्व विधायक रामसिंह पटेल, अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा सहित तमाम सामाजिक संगठनों के प्रयास का फल है।
महिलाओं व बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार मामले में पॉक्सो एक्ट (POCSO ACT) और पशुओं के साथ क्रूरता मामले में पशु क्रूरता अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। इस बाबत अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि अपना दल एस अपने अंतिम सांस तक पीड़ितों और समाज में हाशिए पर डाल दिए गए लोगों के हितों की रक्षा के लिए पूरी ताकत से खड़ी रहेगी। उन्होंने अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महासभा, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग एवं सभी सामाजिक संगठनों की सक्रियता के लिए धन्यवाद दिया है।
ये मांगें पूरी हो:
हालांकि बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल एस ने चार महत्वपूर्ण मांग की है:
1.स्थानीय पुलिस प्रशासन की भूमिका अक्षम्य है। इसलिए पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की मांग के अनुरूप प्रतापगढ़ जिले के एसपी को हटाया जाना जरूरी है। साथ ही संबंधित थानों में तैनात पुलिसकर्मियों की जवाबदेही सुनिश्चित कर कठोर कार्रवाई की जरूरत है।
2.इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। इसके लिए स्वतंत्र जांच हो। इसमें स्थानीय एसपी और स्थानीय थाने की भूमिका बिल्कुल नहीं हो।
3.इस मामले में निर्दोषों के ऊपर दर्ज मुकदमें वापस हो।
4.पीड़ित परिवारों को क्षति के लिए नियमानुसार मुआवजा मिले।