ओबीसी आरक्षण:
उत्त प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग द्वारा आरक्षित वर्ग के साथ अन्याय हो रहा है
लखनऊ, 22 जुलाई
आखिर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक अपनी विदाई से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आरक्षण को लेकर नसीहत दे ही गए। राज्यपाल राम नाईक ने मुख्यमंत्री योगी को लिखे पत्र में सरकारी नौकरियों में आरक्षित वर्ग के अधिकारों को नजरअंदाज करने का गंभीर मामला उठाते हुए उचित कदम उठाने का निर्देश दिया है।
राम नाईक ने यह पत्र शिव प्रकाश यादव नाम के एक आवेदक के पत्र का हवाला देते हुए लिखा है। राम नाईक ने पत्र में उल्लेख किया है कि शिव प्रकाश यादव के पत्र के मुताबिक उत्त प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा आयोग द्वारा आरक्षित वर्ग के साथ अन्याय किया जा रहा है। आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती में आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों को जनरल वर्ग से अधिक अंक प्राप्त होने के बावजूद साक्षात्कार के लिए चयनित नहीं किया गया।
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आयोग की गलत एवं असंवैधानिक प्रक्रिया के फलस्वरूप आरक्षण की मूल अवधारणा और संविधान के अनुच्छेद 14 एवं 16 (4) के अंतर्गत प्राप्त मूल अधिकारों का उल्लंघन है।
आरक्षित वर्ग के मेधावी प्रतिभागियों का जनरल में नहीं हो रहा चयन:
पत्र के जरिए यह भी कहा गया है कि आयोग जनरल वर्ग के अभ्यार्थियों को 50:50 प्रतिशत का आरक्षण दे रहा है, यदि ऐसा नहीं होता तो जनरल वर्ग के कटऑफ से अधिक अंक प्राप्त करने वाले आरक्षित वर्ग के अभ्यार्थियों का चयन जनरल वग में हो जाता जैसा कि अभी तक होता रहा है।
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प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे डॉ.सुनील पटेल शास्त्री चिंता जताते हुए कहते हैं कि ओबीसी छात्रों के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है। सरकार ओबीसी छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है।
समाजशास्त्र में जनरल वर्ग का कटऑफ: 103.37
ओबीसी वर्ग का कटऑफ: 130.34
क्या कहता है विपक्ष:
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ.अनूप पटेल कहते हैं कि केंद्र और राज्य, दोनों जगह भाजपा की सरकारें हैं और दोनों जगह ओबीसी आरक्षण के साथ लगातार खिलवाड़ हो रहा है। बहुत सारी नौकरियों में जो विज्ञापन आया, उसमें ओबीसी के लिए पद ही नहीं थें, फिर जो रिजल्ट आता है उस पर जो मेरिट ओबीसी की होती है वह जनरल कैटेगरी से ज्यादा होती है। ऐसे में आरक्षण की प्रक्रिया एक मजाक बन गई है, क्योंकि राम नाईक जी अपने कार्यकाल के अंतिम समय पर यह पत्र लिखे हैं, अत: एक तरह से यह खानापूर्ति हुई है।