आईआईटी दिल्ली के सहयोग से पांच गांवों की समस्याओं का निदान करेगा राजकीय पॉलीटेक्निक
यूपी80 न्यूज, केनौरा/सुलतानपुर
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की संकल्पना और शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने उन्नत भारत अभियान 2.0 शुरू किया है। इसके अंतर्गत आईआईटी दिल्ली को राष्ट्रीय समन्वयक संस्थान और आईआईटी बीएचयू को क्षेत्रीय समन्वयक संस्थान के रुप में जिम्मेदारी दी गई है एवं सुलतानपुर के केनौरा स्थित राजकीय पॉलीटेक्निक को प्रतिभागी संस्था के रुप में चयनित किया गया है। इसके तहत पांच गांवों केनौरा, बालमपुर, बीरापुर, रैनापुर और पुरुषोत्तमपुर को उन्नत भारत अभियान 2.0 के अंतर्गत चयनित किया गया है। इसके संयोजक डॉ.अंकित सरोज को नियुक्त किया गया है।

गांवों की समस्या की पहचान एवं निदान भी करेगी संस्था:
इन चयनित गांवों की समस्या की पहचान और उसका निदान भी संस्था ही करेगी। इसके लिए राजकीय पॉलीटेक्निक के शिक्षकों, स्टाफ और छात्र-छात्राओं की पांच टीमें बनाई गई हैं। इन टीमों ने 20 अप्रैल से सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है। समस्या की पहचान के बाद आईआईटी दिल्ली इनके निदान के लिए आवश्यक प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहयोग भी करेगी।

इन बिंदुओं पर है फोकस:
मूलभूत सुविधाओं, कारीगर, उद्योग और आजीविका, जल प्रबंधन, अक्षय उर्जा और जैविक खेती पर फोकस है। जागरूकता हेतु नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग, पम्पलेट वितरण, वाद-विवाद एवं संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को इस कार्यक्रम में केनौरा गांव के ग्रामवासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।

ये रहे शामिल:
जागरूकता कार्यक्रम में केनौरा गांव के ग्राम प्रधान मनीष यादव, ग्राम पंचायत के सभी सदस्यगण, राजकी पॉलीटेक्निक केनौरा सुलतानपुर के प्रधानाचार्य राज बहादुर सिंह, संस्था के शिक्षक एवं स्टाफ नंद लाल यादव, अशोक कुमार, हरिओम मौर्या, पुष्कर सिंह, सत्यम प्रकाश, राघवेंद्र वर्मा, राहुल सिंह, जगदंबा प्रसाद सोनकर, देवेंद्र कुमार शुक्ल, राम प्रतिज्ञा, राकेश पाल, चंदन विश्वकर्मा, चंपावती देवी तथा रविशंकर यादव, सुनील कुमार यादव, गोपीकांत तिवारी, ऋषभ सिंह, बबलू यादव, ओपी भारती, सुजीता यादव, लक्ष्मी, महेश कुमार, दीपचंद वर्मा, श्याम वर्मा, अरुण पांडेय, सुरेश कुमार यादव, मनोज सिंह, भरत पाल, विजय यादव, चंदन यादव, अमित वर्मा, विजय कन्नौजिया, राजेश मौर्या, सौरभ तिवारी और शशांक मिश्रा इत्यादि उपस्थित रहे।