-10 क्विंटल प्रति बीघा उपज से बीज की मांग बढ़ी, किसान राजेश पटेल Rajesh Patel के पास दूसरे राज्यों से भी आने लगे फोन
बलिराम सिंह, मिर्जापुर
धान का कटोरा Bowl of paddy के तौर पर लोकप्रिय मिर्जापुर Mirzapur के जमालपुर क्षेत्र में अब काला गेहूं Black Wheat की फसल लहलहाने लगी है। कैंसर cancer, शुगर sugar, हृदय रोगियों heart patients के बेहतर स्वास्थ्य के लिए काला गेहूं बहुत ही लाभदायक है। जमालपुर ब्लॉक के भभौरा गांव निवासी पत्रकार एवं किसान राजेश पटेल ने जिस उम्मीद के साथ काला गेंहू की खेती की थी, वो खरा उतरा। उनके खेत में 10 कुंतल प्रति बीघा काला गेहूं का उत्पादन हुआ है। इससे आसपास के अलावा दूसरे राज्यों के किसान भी राजेश पटेल को फोन करके बीज की डिमांड कर रहे हैं। स्वयं राजेश पटेल भी अगले साल इसकी खेती का रकबा बढ़ाएंगे।
बता दें कि राजेश पटेल को काला गेंहू के औषधीय गुणों के बारे में जानकारी हुई तो उन्होंने काफी प्रयास करके करीब 300 किलोमीटर दूर लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र के एक किसान से बमुश्किल 20 किलोग्राम बीज 80 रुपये की दर से खरीदा। उन्होंने इसे 12 बिस्वा खेत में बोया था। हालांकि इस दौरान कुछ लोगों ने जोखिम न लेने की सलाह दी, लेकिन राजेश पटेल ने जोखिम लिया। रासायनिक खाद और कीट नाशक के कम से कम प्रयोग कर उन्होंने फसल उगाई। उन्होंने चार बार सिंचाई की। इसका दाना आम गेंहू के मुकाबले पतला है, लेकिन थ्रेसरिंग के बाद सारी आशंकाएं निर्मूल साबित हुईं।
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उन्होंने उत्पादन के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो लाइक और कमेंट की बाढ़ सी आ गई। उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, झारखण्ड, प. बंगाल, मध्य प्रदेश आदि से किसानों के फोन आ रहे हैं। पटेल ने बताया कि 2-3 लोगों ने खाने के लिए भी एक-एक कुंतल गेहूं की मांग की है। रविवार को नारायणपुर ब्लॉक के एक व्यक्ति एक कुंतल गेहूं ले गए।
पटेल ने कहा कि इस साल प्रयोग के तौर पर काला गेहूं की कम खेती की थी। बीज भी उतना ही मिल सका था। अगले साल इसकी खेती का रकबा बढ़ायेंगे। उनकी प्राथमिकता स्थानीय इच्छुक किसानों को बीज मुहैया कराने की है, ताकि मिर्ज़ापुर जनपद के किसानों की आय बढ़े और लोग इसके आटा की रोटी खाकर अपनी इम्युनिटी में इजाफा करें।
नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट का खजाना है काला गेहूं:
राजेश पटेल कहते हैं कि अधिक एंथोसाएनिन की वजह से फलों, सब्जियों, अनाजों का रंग काला, नीला या बैंगनी हो जाता है। एंथुसाएनिन नेचुरल एंटी ऑक्सीडेंट भी है। इसी वजह से यह सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। नाबी ने काले के अलावा नीले व जामुनी रंग के गेहूं की किस्म भी विकसित की है। यह 12 बीमारियों useful for 12 diseases में फायदेमंद है।
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