यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को शनिवार को कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। बेटा उमर अंसारी ने मुख्तार को सुपुर्द ए खाक किए जाने की आखिरी रस्म अदा की।
इस दौरान कब्रिस्तान के बाहर उनके समर्थकों की भारी भीड़ दिखी। भीड़ के मद्दे नजर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम दिखाई दिए। पुलिस ड्रोन से सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करती दिखी।
काली बाग कब्रिस्तान में ही मुख्तार अंसारी के माता-पिता और परिवार के दूसरे लोगों की भी कब्रें हैं।
बता दे कि उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें बेहोशी की हालत में बांदा मेडिकल कॉलेज लाया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
सीबीआई जांच हो:
उधर, प्रदेश के पूर्व डीजीपी व बेहद ईमानदार पुलिस अधिकारी रहे सुलखान सिंह ने मुख्तार अंसारी की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्तार को लेकर लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं, आखिर अचानक कैसे उसकी मौत हो गई। मुख्तार अंसारी ने खुद स्लो पॉयजन दिए जाने का आरोप भी लगाया था। ऐसे में प्रदेश सरकार (योगी सरकार) इस मामले की तत्काल सीबीआई जांच कराए, जिससे सच्चाई सामने आ सके।
मुख्तार अंसारी गरीबों के मसीहा थे: राजभर
उधर, योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने मुख्तार अंसारी को गरीबों का मसीहा कहा है। राजभर ने मुख्तार को क्रांतिकारी भी बताया है।