ढाई महीने पहले राजनीति से सन्यास की घोषणा करते हुए बसपा को मिशन से भटकी हुई पार्टी बताया था
यूपी80 न्यूज, आजमगढ़/लखनऊ
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं आजमगढ़ की दीदारगंज क्षेत्र से बसपा विधायक सुखदेव राजभर का सोमवार शाम को निधन हो गया। सुखदेव राजभर पिछले दो साल से बीमार चल रहे थे। फिलहाल उनकी डायलिसिस चल रही थी। सुखदेव राजभर मायावती के साथ ही मुलायम सिंह यादव और कल्याण सिंह कैबिनेट में भी मंत्री रहे थे। उनके निधन से पूर्वांचल में सामाजिक न्याय की लड़ाई को गहरा झटका लगा है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। अखिलेश यादव ने शोक प्रकट करते हुए कहा,
“अत्यंत दु:खद! यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता श्री सुखदेव राजभर जी का निधन अपूरणीय क्षति। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान! ‘सामाजिक न्याय’ को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा। विनम्र श्रद्धांजलि!”
अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने उनके निधन पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा है कि सुखदेव राजभर जी के निधन से सामाजिक न्याय की लड़ाई को गहरा आघात हुआ है। सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने दु:ख प्रकट करते हुए कहा कि सुखदेव राजभर के निधन से राजभर समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।
सुखदेव राजभर लालगंज क्षेत्र से चार बार विधायक रहे। उन्होंने अपना पहला चुनाव 1991 में भाजपा के नरेंद्र सिंह को 24 वोटों से हराकर विधायक बने। 1993 में सपा-बसपा गठबंधन की सरकार में मंत्री बने। 1996 में भाजपा के नरेंद्र सिंह से पराजित होने के बाद विधान परिषद सदस्य चुने गए।
इसके बाद 2002 और 2007 में आप पुन: विधायक चुने गए। लालगंज विधानसभा सुरक्षित होने पर 2012 में दीदारगंज से चुनाव लड़े, लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2017 में आप दीदारगंज से चुनाव जीत गए।
आपका जन्म आजमगढ़ के बडगहन में हुआ था। बीएससी व एलएलबी की पढ़ाई के बाद आपने वकालत शुरू की।
बता दें कि ढाई महीने पहले सुखदेव राजभर ने बसपा सुप्रीमो मायावती एवं सपा प्रमुख अखिलेश यादव को एक भावुक पत्र भेजा था और खराब स्वास्थ्य कारणों की वजह से राजनीति से सन्यास की घोषणा की थी। उन्होंने बसपा को मिशन से भटकी हुई पार्टी बताते हुए अखिलेश यादव की तारीफ की थी और कहा था कि उनका बेटा कमलकांत राजभर के सपा जाने को सही बताया था।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने कहा,
“सुखदेव राजभर एक कुशल राजनेता के साथ-साथ कुशल वक्ता और कमजोर वर्ग की आवाज थें। मेरे व्यक्तिगत मित्र थें। हम दोनों एक साथ विधानसभा में सदस्य के रूप में रहे। उनके निधन से कमजोर वर्ग को अपूरणीय क्षति हुई है।” सपा के बलिया जनपद के प्रवक्ता सुशील पाण्डेय ‘कान्हजी’ ने कहा कि सुखदेव राजभर जी का जीवन सामाजिक समरसता को समर्पित था। समाजवादी पार्टी बलिया के समस्त साथियों की तरफ से गतात्मा की शांति हेतु प्रार्थना।