किसानों में गहरी नाराजगी, लॉकडाउन में किसानों पर दोहरी मार
यूपी80 न्यूज, बस्ती
बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की वजह से मार्च में बस्ती जनपद में काफी तादाद में किसानों की फसल बर्बाद हो गई। बर्बाद फसल की क्षतिपूर्ति के लिए जनपद के 11300 किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा के अंतर्गत आवेदन किया। लेकिन अफसोस की बात यह है कि बीमा कंपनी ने महज 1661 किसानों को ही क्षर्ति पूर्ति दिया। आज भी जनपद के लगभग 10 हजार किसान क्षतिपूर्ति का इंतजार कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान बीमा कंपनियों के इस तरह के मनमाने रवैये से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
वंचित किसानों का कहना है कि बगैर किसी सूचना अथवा कारण एवं स्थलीय निरीक्षण के बिना ही किसानों को बीमा के लाभ से वंचित कर दिया गया। केसरई गांव के राम शंकर की 2 एकड़, कपिल देव की 1 एकड़, नरसिंह की 1 एकड़ और राम कुमार की 1 एकड़ फसल क्षतिग्रस्त हो गई। इन्होंने क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन किया था, लेकिन इन्हें क्षतिपूर्ति नहीं मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए जनपद के जिला पंचायत सदस्य एवं अपना दल (एस) के प्रदेश कोषाध्यक्ष रामसिंह पटेल ने जिलाधिकारी को इस बाबत पत्र लिखकर शिकायत की है।
रामसिंह पटेल ने कहा है कि मार्च महीने में बेमौसम बारिश के चलते किसानों की फसल को भारी क्षति पहुंची थी, जनपद के 11300 किसानों ने क्षतिपूर्ति के लिए आवेदन किया था, लेकिन बीमा कंपनी ने महज 1661 किसानों को ही क्षतिपूर्ति दिया। कंपनी के मनमानी रवैये से किसानों में गहरी नाराजगी है।
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