यूपी80 न्यूज, लखनऊ
कविता के माध्यम से समाज की जमीनी हकीकत बताने वाले प्रख्यात कवि अदम गोंडवी Adam Gondavi JI जी की प्रसिद्ध कविताओं को यूपी80 एक सीरिज के तौर पर अपने पाठकों के सामने प्रस्तुत करने जा रहा है। उम्मीद है आपलोगों को ये विद्रोही कविताएं जरूर पसंद आयेंगी और सिस्टम में व्याप्त खामियों को दूर करने के लिए आप प्रेरित होंगे।
तुम्हारी फाइलों में गांव का मौसम गुलाबी है।
मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी है।
उधर जम्हूरियत का ढोल पीते जा रहे हैं वो।
इधर परदे के पीछे बर्बरीयत है ,नवाबी है।।
लगी है होड़ – सी देखो अमीरी औ गरीबी में।
ये गांधीवाद के ढाँचे की बुनियादी खराबी है।।
तुम्हारी मेज़ चांदी की तुम्हारे जाम सोने के।
यहाँ जुम्मन के घर में आज भी फूटी रक़ाबी है।।