स 80 न्यूज़, लखनऊ/कौशांबी
सर्राफा व्यवसायी के साथ लूट के आरोपी विजय कुमार सोनी के एनकाउंटर मामले में पुलिस घिर गईं है। कोर्ट ने एसओजी प्रभारी, थाना प्रभारी चरवा समेत 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
विजय कुमार सोनी की मां अंजू देवी ने प्रयागराज के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया था कि 10 सितंबर 2023 को चरवा थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह और एसओजी प्रभारी सिद्धार्थ सिंह की टीम ने दो गाड़ियों में आकर उनके बेटे को घर से उठा लिया। अंजू देवी का आरोप है कि विजय को 12 सितंबर 2023 को फर्जी बरामदगी दिखाकर उसके कंधे में गोली मार दी गई।विजय को इलाज के लिए स्वरूप रानी अस्पताल प्रयागराज में भर्ती कराया गया, जहां 21 सितंबर को उसकी मौत हो गई। कोर्ट ने अंजू देवी की अर्जी को स्वीकार करते हुए 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। अब जिन दर्जन भर पुलिसकर्मियों के सिर तलवार लटकी है, उनमें विनोद कुमार सिंह तत्कालीन थाना प्रभारी चरवा, सिद्धार्थ सिंह एसओजी प्रभारी, एसआई सुनील कुमार यादव, अयोध्या कुमार, रविशंकर यादव और कांस्टेबल अनिल यादव, भानु प्रताप सिंह, राम जी पटेल, आशीष तिवारी, शिवम गौतम, राधे श्याम और रवि शंकर हैं।
चरवा थाना क्षेत्र के समसपुर गांव निवासी अनूप कुमार सोनी ने पुलिस को तहरीर दी थी कि 8 सितंबर 2023 को बदमाशों ने उसकी कनपटी पर तमंचा सटाकर आभूषण और मोबाइल लूट लिया था। पुलिस ने मामले की जांच के लिए एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव की ओर से एसओजी को नियुक्त किया और सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस का सहारा लिया। 12 सितंबर को पुलिस ने विजय कुमार सोनी को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया, उसे कंधे में गोली लगी थी। विजय को एसआरएन हॉस्पिटल प्रयागराज ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। विजय के परिजनों ने उसके फर्जी एनकाउंटर की शिकायत की थी और अब कोर्ट ने मामले की गंभीरता से जांच के लिए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।