कभी खेतों में किसानों के साथ फसल की कटाई करते हैं तो कभी स्कूल में गुरुजी बन जाते हैं डीएम अनुराग पटेल
यूपी80 न्यूज, बांदा
डीएम साहब, कभी खेतों में फसल की कटाई करते हैं तो कभी स्कूलों में गुरुजी बनकर बच्चों को पढ़ाते हैं तो कभी अपने ड्राईवर के रिटायरमेंट पर खुद गाड़ी चलाते हुए उसे घर तक छोड़ने जाते हैं। क्या आपने अपने जनपद में ऐसा डीएम देखा है? बुंदेलखंड में स्थित बांदा Banda जनपदवासी सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें अनुराग पटेल DM Anurag Patel जैसा ऐसा जनप्रिय डीएम मिला है।
डीएम अनुराग पटेल ने शनिवार को अपने ड्राईवर इम्त्याजुद्दीन खां उर्फ मुख्तार की सेवानिवृति पर खुद गाड़ी चलाते हुए उसे घर तक छोड़ने गए। डीएम की इस अनूठी मिसाल से ड्राईवर मुख्तार की आंखें नम हो गईं। बांदा जनपद के कलेक्ट्रेट के सभी कर्मचारी भावुक हो गए। मुख्तार बांदा कलेक्ट्रेट में डीएम की कार चालक के पद पर तैनात थे। 30 अप्रैल को वह सेवानिवृत हो गए। उनके रिटायरमेंट को यादगार बनाने के लिए डीएम अनुराग पटेल ने उन्हें अनोखे अंदाज में विदाई दी।
हालांकि रिटायरमेंट से पहले मुख्तार सुबह में रोज की तरह अपने साहब को आवास से कलेक्ट्रेट तक लेकर आए। शाम को विदाई समारोह के दौरान डीएम ने उन्हें शाल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इसके बाद वह खुद कार की ड्राइविंग सीट पर बैठकर चलाते हुए मुख्तार को उसके घर तक छोड़ने गए। डीएम की इस अनूठी मिसाल की पूरे जनपद में चर्चा है।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्तार ने कहा कि अपने जीवन काल में मैं दो दर्जन से भी ज्यादा कलेक्टर की सेवा कर चुका हूं, लेकिन साहब जैसा पहली बार देखा है। उन्होंने आज जो मुझे सम्मान दिया है, वह मेरे लिए गर्व की बात हैं।