यूपी80 न्यूज, लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह Dayashankar Singh और योगी 1.0 में मंत्री रहीं उनकी पत्नी स्वाति सिंह Swati Singh अब अलग हो गए हैं। विवाह के 22 साल बाद दोनों के बीच तलाक Divorce हो गया है। अदालत ने दोनों के तलाक पर मुहर लगा दी है। हालांकि पिछले कई सालों से दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह अलग-अलग रह रहे हैं। सियासत से लेकर आम लोगों को मालूम था कि दोनों सिर्फ नाम के पति-पत्नी हैं।
जानकारी के अनुसार स्वाति सिंह और दयाशंकर सिंह के बीच 2012 में ही पारिवारिक विवाद की वजह से दूरियां बढ़ गई थीं और स्वाति सिंह ने पारिवारिक विवाद की वजह से 2012 में दयाशंकर सिंह से तलाक के लिए लखनऊ में पारिवारिक न्यायालय में मुकदमा दाखिल किया था।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रमों के दौरान दयाशंकर सिंह (पैतृक स्थान बक्सर, बलिया में रिश्तेदारी) और स्वाति सिंह करीब आए। चूंकि दोनों की पारिवारिक पृष्ठभूमि बलिया से होने की वजह से दोनों के संबंध और प्रगाढ़ हुए और शादी के बंधन में बंध गए। दयाशंकर सिंह और स्वाति के दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं। दोनों स्वाति के साथ रहते हैं।
मायावती पर दयाशंकर सिंह की विवादित टिप्पणी के बाद सुर्खियों में आईं स्वाति:
स्वाति सिंह का राजनीति में पदार्पण नाटकीय ढंग से हुआ। 2017 विधानसभा चुनाव से पहले दयाशंकर सिंह द्वारा बसपा सुप्रीमो मायावती पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद जब दयाशंकर सिंह के परिवार को भी इस विवाद में घसीटा गया तो स्वाति सिंह बसपा नेताओं के खिलाफ मुखर हुईं और चर्चा में आईं। इसके बाद उन्हें लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से भाजपा ने टिकट दिया और वह विधायक निर्वाचित हुईं। हालांकि 2022 में स्वाति सिंह का टिकट काट दिया गया और दयाशंकर सिंह बलिया सदर से भाजपा के टिकट पर विधायक निर्वाचित होने के बाद वर्तमान में परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।