3 महीने में चार बड़ी वारदात से देशभर में सुर्खियों में बलिया,
यूपी80 न्यूज, बलिया
क्रांतिकारियों की धरती कही जाने वाली बलिया में इन दिनों अपराध का बोलबाला हो गया है। महान स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय, जेपी और हिन्दी के प्रकांड विद्वान हजारी प्रसाद द्विवेदी के इस जनपद में कानून का इकबाल खत्म होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के पूरबी छोर पर स्थित इस जनपद में आए दिन बड़ी अपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं, जो प्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन रही हैं और जिससे जिला की छबि खराब हो रही है।
बलिया जनपद के मात्र तीन महीने के अपराधिक रिकार्ड पर नजर डालें तो जनपद में चार बड़ी घटनाएं घटी, जो उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में सुर्खियां बनी। तीन महीने पहले जनपद के रेवती क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में दबंगों ने दूध देने जा रहे भूपेंद्र पटेल नामक एक युवक की सरेआम हत्या कर दी। इस मामले में भूपेंद्र पटेल के परिजनों ने स्थानीय बीजेपी विधायक पर हत्यारों की मदद करने का आरोप लगाया था। मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि ठेकेदारों और स्थानीय नेताओं के भ्रष्टाचार से तंग आकर मंजरी राय नामक एक नवनियुक्त महिला पीसीएस अधिकारी को आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ा। इस घटना से योगी सरकार की काफी किरकिरी हुई।
ये दोनों मामले अभी शांत भी नहीं हुए थे कि जनपद के फेफना क्षेत्र में सागरपाली के पास सहारा समय के पत्रकार रतन सिंह को दौड़ाकर गोली मार दी गई। इस हत्याकांड में पत्रकार के पिता ने स्थानीय पुलिस की मिलीभगत का भी आरोप लगाया।
और अब रेवती के दुर्जनपुर गांव में ही जनपद के आला अधिकारियों एसडीएम, सीओ सहित दर्जनों पुलिसकर्मियों के सामने केवल कोटे की दुकान आवंटन के लिए स्थानीय बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह के करीबी एसं बीजेपी कार्यकत्र्ता धीरेंद्र सिंह ने जयप्रकाश पाल नामक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। इस वारदात में कई लोग घायल भी हुए हैं।