यूपी80 न्यूज, नई दिल्ली
बिहार की सीटों को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में बंटवारा हो गया। प्रदेश की 40 में से सर्वाधिक 17 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ेगी एवं 16 सीटों पर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। चिराग पासवान की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी पांच एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) एक-एक सीट पर किस्मत आजमाएगी।
मजे की बात यह है कि 10 साल पहले बिहार में एनडीए का महत्वपूर्ण घटक के तौर पर उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को तीन सीटें मिली थीं और तीनों सीटों पर उपेंद्र की पार्टी को जीत मिली थी, लेकिन 10 साल बाद बदले राजनीतिक घटनाक्रम में उपेंद्र कुशवाहा के बार-बार पलटी मारने की वजह से इस बार उन्हें महज एक सीट से संतोष करना पड़ेगा।
सीटों के बंटवारे पर इस बार सर्वाधिक नुकसान केंद्रीय मंत्री पशुपति नाथ पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को हुआ है। उन्हें एक भी सीट नहीं मिली है। ऐसे में अब देखना यह है कि पशुपति नाथ पारस का अगला कदम क्या होगा!
इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी भाजपा:
पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, औरंगाबाद, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, उजियारपुर, बेगूसराय, नवादा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, अररिया।
इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी जदयू:
वाल्मिकी नगर, सीतामढ़ी, शिवहर, झंझारपुर, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, गोपालगंज, सीवान, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नालंदा, सीवान और जहानाबाद।
लोजपा (रा) के खाते में ये सीटें:
वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई
जीतन राम मांझी को मिली ये सीट:
गया
उपेंद्र कुशवाहा को मिली ये सीट:
काराकाट
पशुपति पारस का जिक्र तक नहीं:
सीटों की घोषणा के दौरान भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने राष्ट्रीय लोकशक्ति पार्टी के प्रमुख पशुपति पारस का जिक्र तक नहीं कियया। भाजपा ने हाजीपुर और समस्तीपुर चिराग को दे दिया और नवादा सीट खुद के पास रख लिया।