सीएम योगी के निर्देश पर निगमायुक्त ने जांच कराई, फिलहाल जारी है जांच
यूपी80 न्यूज, वाराणसी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में प्रधानमंत्री आवास योजना (नगरीय) में आवास आवंटन में बड़ी गड़बड़ी पाए जाने पर कार्यदायी संस्था के 10 साइट इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके अलावा दो अन्य कर्मचारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। इन पर आवास आवंटन के लिए आवेदकों से घूस लेने और जाली प्रमाण पत्र जारी करने के आरोप लगाए गए थे।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों वाराणसी दौरा के दौरान आवास आवंटन मामले की जांच के निर्देश दिए थे। सीएम के आदेश पर नगर आयुक्त ने वाराणसी नगर निगम के साथ ही रामनगर और सूजाबाद क्षेत्र में निर्मित आवासों की जांच कराई।
निगमायुक्त प्रणय सिंह के अनुसार, “आवास आवंटन को लेकर लोगों से घूस लेने व जाली प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में दोषी मिले 10 सर्वेयरों को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा दो अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है।“
निगमायुक्त ने यह भी कहा है कि ऐसी जांच आगे भी जारी रहेगी।
इन्हें किया गया बर्खास्त:
किशन सिंह, आशीष यादव, करन सिंह, आशीष यादव, शुभम पटेल, अनिल मौर्या, अभिषेक सेठ, अभिनव पांडेय सहित 10 जेई को बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अलावा दो कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।