समाज के मनोविज्ञान और जमीनी हालात को बेहतर समझते हैं अधिवक्ता: संजय शुक्ल, थाना प्रभारी, उभांव
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
बलिया जनपद के बेल्थरारोड क्षेत्र में पुलिस ने अधिवक्ता संघ के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था को दुरूस्त करने की पहल की है। उभांव थाना प्रभारी संजय शुक्ल ने गुरुवार की रात तहसील बार एसोसिएशन पहुंचकर कानून-व्यवस्था को लेकर नया प्रयोग शुरू किया। पहली बार किसी थानेदार ने बार एसोसिएशन के बीच ‘सुरक्षित तहसील’ मॉडल की रूपरेखा रखते हुए अधिवक्ताओं को पुलिस के “पार्टनर–इन–जस्टिस” बनाने का प्रस्ताव रखा।
संजय शुक्ल ने कहा कि अपराध की रोकथाम में पुलिस की अकेली भूमिका पर्याप्त नहीं है। अधिवक्ता न केवल कानून के जानकार हैं, बल्कि समाज के मनोविज्ञान और जमीनी हालात को बेहतर समझते हैं। ऐसे में पुलिस और बार साथ आकर साइबर अपराध, सड़क दुर्घटनाओं, घरेलू हिंसा और भूमि विवादों जैसी चुनौतियों पर ज्यादा असरदार काम कर सकते हैं।
थाना प्रभारी ने बताया कि साइबर अपराध लगातार फैल रहा है। इसलिए जल्द ही थाने द्वारा ‘साइबर अवेयर एडवोकेट फोरम’ बनाया जाएगा, जो आमजनों को ठगी से बचाने में मदद करेगा। वहीं सड़क सुरक्षा अभियान में 180 चालान और दो बस समेत चार वाहनों की सीजिंग का विवरण भी साझा किया गया।
अधिवक्ताओं ने सुझाव दिया कि तहसील परिसर में समय-समय पर कानूनी जागरूकता कैंप और ट्रैफिक काउंसिलिंग सेशन आयोजित किए जाएं, जिसमें पुलिस और अधिवक्ता दोनों मिलकर लोगों को मार्गदर्शन दें।
दोनों पक्षों ने तय किया कि इस संयुक्त मंच की बैठकों को नियमित किया जाएगा, ताकि तहसील क्षेत्र में कानून–व्यवस्था और जनविश्वास दोनों मजबूत हों।
बैठक की अध्यक्षता बार अध्यक्ष एडवोकेट शौकत अली ने की। इस दौरान मंत्री दिनेश राजभर, राशिद कमाल पाशा, दिल रोज़ अहमद, पिंकी सिंह, सविता सिंह, अनूप यादव सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद रहे। सभी ने इस पहल को “प्रशासनिक नवाचार” बताते हुए इसे तहसील स्तर पर पहला औपचारिक पुलिस–बार संयुक्त संवाद मंच करार दिया।
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