चुनाव के ऐन वक्त पर नवाबज़ादा हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां ने कांग्रेस छोड़ अपना दल एस की सदस्यता ली
यूपी80 न्यूज, लखनऊ
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम के विजय रथ को अपना दल एस के प्रत्याशी हमजा मियां रोकेंगे। प्रदेश की रोजाना करवट लेती राजनीति को देखते हुए ऐसा ही लग रहा है। रामपुर के स्वार टांडा विधानसभा सीट के कांग्रेस प्रत्याशी हैदर अली खान ऊर्फ हमजा मियां ने चुनाव के ऐन वक्त पर पार्टी छोड़कर अपना दल एस की सदस्यता ले ली है। इससे पहले उन्होंने अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल से नई दिल्ली में मुलाकात की।
मीडिया के मुताबिक माना जा रहा है कि रामपुर की स्वार-टांडा सीट अपना दल एस के कोटे में आएगी और यहां से हमजा मियां को अपना दल (एस) टिकट देगी। हमजा मियां के आने से अपना दल (एस) उत्तर प्रदेश के पूरब एवं मध्य से निकलकर रूहेलखंड की ओर पांव फैलाना शुरू कर दी है।
हमजा मियां के पिता पूर्व मंत्री नवाब काजिम अली खान ऊर्फ नवेद मियां भी कांग्रेस के प्रत्याशी हैं। वह रामपुर शहर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी सांसद आजम खां के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। सपा ने यहां से आजम खां को प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि पिछले दो दिनों में रामपुर में कांग्रेस को दोहरा झटका लगा है। पहले चमरौआ विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रहे पूर्व विधायक युसूफ अली पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे और गुरुवार को रामपुर के स्वार-टांडा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैदर अली खान ऊर्फ हमजा मियां ने पार्टी छोड़कर अपना दल एस की सदस्यता ले ली।
अपना दल से हमजा मियां को दोहरा लाभ:
हमजा मियां का मुकाबला स्वार टांडा में आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम से है। मुस्लिम बहुल इस सीट पर हमजा मियां ने भाजपा में शामिल होने की बजाय अपना दल एस में शामिल होना राजनीतिक लाभ को देखते हुए दूरगामी निर्णय लिया है। एनडीए में रहते हुए वह अपने कार्यकर्ताओं व मुस्लिम मतदाताओं को चुनावी संदेश देने में सफल हो जाएंगे, जबकि भाजपा में शामिल होने पर उन्हें मुस्लिम मतदाताओं को साधने में दिक्कत आती।