यूपी 80 न्यूज़, मीरजापुर
“भारतीय समाज में गुरु का स्थान सर्वोपरि होता है और गुरु भक्ति का भारत के इतिहास में सबसे बड़ा उदाहरण हैं वीर एकलव्य जी।” केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जनपद के हलिया विकास खंड के पुरवा ओसान सिंह, चक कोटार गांव में वीर एकलव्य नव युवक कोल आदिवासी विकास समिति द्वारा शनिवार को आयोजित वीर एकलव्य स्थापना दिवस समारोह के दौरान यह विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूर्व दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री मनीराम कोल व छानबें विधायक रिंकी कोल उपस्थित रहीं।
मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आदिवासी होने की वजह से वीर एकलव्य को शिक्षा से वंचित रखा गया। उन्होंने कहा कि गुरु भक्ति की पराकाष्ठा वीर एकलव्य हैं, जिन्होंने गुरु दक्षिणा में अपना अंगूठा अपने गुरु को भेंट कर दिया और उफ़ तक नहीं किया। उन्होंने कहा कि सच में त्याग और तपस्या से ही कोई महापुरुष बनता है और हम उन्हें पूजते हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आदिवासी समाज के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए अनेक प्रयास कर रहे हैं। इसी के तहत प्रधानमंत्री जी ने भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू से आदिवासी गौरव सम्मान का शुभारंभ किया। इसके जरिए हमारी सरकार आदिवासी समाज के संस्कृति और आदिवासी महापुरुषों के त्याग व बलिदान को बताया जा रहा है। आदिवासी समाज के बच्चों की शिक्षा के लिए एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल स्थापित किए जा रहे हैं। अब तक देश में 400 स्कूल स्थापित हो चुके हैं। इसके अलावा आदिवासी समाज की संस्कृति एवं गौरवगाथा को स्थापित करने के लिए जनजातीय संग्रहालय बनाये जा रहे हैं। इनमें से एक संग्रहालय हमारे मिर्जापुर में भी स्थापित हेतु स्वीकृति मिली है। उन्होंने कहा कि कोल समाज को उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति का दर्जा प्रदान करने के लिए मैं लोकसभा में दो बार उठा चुकी हूँ।
इस दौरान समिति के संरक्षक राम लल्लू कोल, अध्यक्ष एडवोकेट रामू कोल, प्रबंधक व जोन अध्यक्ष जनार्दन कोल, मायाराम कोल, धर्मराज कोल, अजेश कोल सहित अनेक लोग उपस्थित थे।