यूपी80 न्यूज, मिर्जापुर
अपना दल एस की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मिर्जापुर से एनडीए की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल ने आरक्षण को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को बहस की चुनौती दी है। अनुप्रिया पटेल ने कहा है कि सामाजिक न्याय, विकास, निवेश पर हमने क्या किया और आपने क्या किया, क्यों न इस पर आमने-सामने की बहस हो जाए। आपके जवाब का इंतजार रहेगा। चूंकि एक दिन पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि मिर्जापुर की जनता आरक्षण विरोधी भाजपा और उनके स्वार्थी साथियों को सबक सिखाने के लिए, उनके पैरों तले से कालीन खींचने को तैयार बैठी है।
अखिलेश यादव के इस कटाक्ष एवं सवाल का पलटवार करते हुए अनुप्रिया पटेल ने शुक्रवार को सामाजिक न्याय एवं विकास को लेकर उनके द्वारा किए गए कार्य की जानकारी देते हुए सपा प्रमुख को सामाजिक न्याय पर आमने-सामने बहस की चुनौती दे डाली।
अनुप्रिया पटेल का पलटवार:
मा. अखिलेश यादव जी और सपा को वंचितों की आवाज़, अपना दल(एस) अध्यक्ष और मिर्जापुर की बेटी का जवाब-
पदोन्नति में एससी-एसटी का आरक्षण हड़पने वाले, नीट की परीक्षा में ओबीसी कोटा लागू नहीं करने का महापाप करने वाले, नवोदय, सैनिक और केंद्रीय विद्यालयों में प्रवेश में ओबीसी छात्रों के हितों की चिंता को चूल्हे में डालने वाले, ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए जुबान तक खोलने में डरने वाले मा॰ अखिलेश जी और समाजवादी पार्टी आज अपना दल को पिछड़ा और आरक्षण विरोधी बता रहे हैं। मा॰ अखिलेश जी में हिम्मत है तो मेरे इन सवालों का जवाब दें-
. अखिलेशजी आप उस कांग्रेस के साथ गलबहियां क्यों कर रहे हैं जो जन्मजात एससी—एसटी और ओबीसी के आरक्षण का विरोधी रही है? जिसने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू नहीं होने दी। जिस पार्टी के पहले पीएम ने आरक्षण को देश के विकास में बाधक बताया? जिसके साथ मिल कर आपकी पार्टी ने नीट में ओबीसी कोटा लागू नहीं होने दिया?
– जिस अपना दल ने नीट में ओबीसी कोटा की लड़ाई लड़ी, ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलाने में भूमिका अदा की, नवोदय, केंद्रीय और सैनिक स्कूलों में प्रवेश में ओबीसी आरक्षण लागू किया, वह आरक्षण विरोधी है?? या वह सपा जिसने नीट लागू करते समय ओबीसी कोटा की बात ही नहीं की ?? और जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष के देश के रक्षा मंत्री रहते सैनिक स्कूलों में प्रवेश में ओबीसी आरक्षण की जरूरत तक नहीं समझी गई?? ऐसी पार्टी जो राज्य में बार-बार सरकार बनाने के बावजूद जातिगत जनगणना नहीं करा पाई?
– माननीय मोदी जी के नेतृत्व में सामाजिक न्याय से जुड़े और आपके और आपके सहयोगियों के द्वारा खड़ी की गई सभी समस्याओं का समाधान हुआ है।
– जिस सपा ने पूरे राज्य को माफिया प्रदेश बना दिया, उसे मिर्जापुर में विकास कैसे दिख सकता है? मा॰ अखिलेश जी,भगवान आपको लंबी उम्र दें, मगर कभी बीमार पड़ें तो मिर्जापुर का मेडिकल कॉलेज आपका स्वागत करेगा। पूरे क्षेत्र में बिछे राजमार्गों के जाल, सडक़ों और नए पुलों के कारण आपको यहां आने में देर भी नहीं होगी। बेहतरीन गंगा घाट पर आप अपने पूर्व की गलतियों पर चिंतन-मनन भी कर सकते हैं।
-माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी और मा॰ मुख्यमंत्री योगी जी के मार्गदर्शन में मिर्जापुर में रोजगार और स्वरोजगार दोनों के अवसर बढ़े हैं।जरा पूछिए जाकर उन पीतल कारोबारियों और माटी कला कारीगरों से जो जेम पोर्टल पर पंजीकृत होकर अपना व्यापार बढ़ा सके हैं । अब व्यापारियों से आपकी सरकार की तरह कोई माफिया वसूली नहीं करता।आपके समय में मिर्जापुर में सिंचाई और पेयजल दोनों की समस्या थी, लेकिन अब हर घर नल से जेल पहुँच रहा है,बाण सागर परियोजना से सिंचाई हो रही है।
– मा॰ अखिलेश जी, आपकी सरकार के एक मंत्री को नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा मिली। इन्हें आप क्यों बचाते रहे? तब आपको एक अबोध बच्ची के मान-सम्मान की याद क्यों नहीं आई?
– एससी-एसटी वर्ग के पदोन्नति की राह में रोड़ा अटका कर इस वर्ग के करोड़ों लोगों को धोखा देने वाले मा॰ अखिलेश जी को क्या वाकई इस वंचित वर्ग की बात करने का हक है??
– मा॰ अखिलेश जी बताएंगे कि अपनी सरकार के रहते उन्होंने माफिया राज स्थापित कर क्यों प्रदेश के करोड़ों लोगों का दमन किया? आपके कार्यकाल में माफियाओं के मुकदमे पर त्वरित सुनवाई और कार्रवाई क्यों नहीं हुई? क्या यह सच नहीं है कि आपके ही मार्गदर्शन और निर्देश पर देश के सबसे महान प्रदेश को माफिया प्रदेश के नाम से बुलाया जाने लगा?
-आपकी एक ही नीति है। सत्ता में रहते सामाजिक न्याय को भूल मलाई काटो और विपक्ष में रहते ही वंचित वर्ग के लिए मगरमच्छ के आंसू बहाओ।
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मा॰ अखिलेश जी चार तारीख का इंतजार कीजिये। प्रदेश की जनता पांचवीं बार आपका बोरिया बिस्तर समेटने के लिए तैयार बैठी है। मिर्जापुर की जनता कप-प्लेट का बटन दबा कर मुझे फिर से आशीर्वाद दे कर आपके सभी सवालों के जवाब देगी। प्रदेश की जनता को पता है सपा को वोट देने का मतलब फिर से माफिया राज स्थापित करना है। लूट की खुली छूट का फिर से रास्ता तैयार करना है। राजग की सरकार में राज्य का मान बढ़ा है। प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। निवेश बढ़ा है। विकास का इंजन स्टार्ट नहीं हुआ बल्कि पूरी गति से दौड़ रहा है। सामाजिक न्याय, विकास, निवेश पर हमने क्या किया और आपने क्या किया, क्यों न इस पर आमने सामने की बहस हो जाए। आपके जवाब का इंतजार रहेगा।
अखिलेश यादव का सवाल:
मिर्ज़ापुर की जनता आरक्षण विरोधी भाजपा और उनके स्वार्थी साथियों को सबक़ सिखाने के लिए, उनके पैरों तले से क़ालीन खींचने को तैयार बैठी है।
मिर्ज़ापुर की जनता दुखदाई भाजपा सरकार की सहयोगी पार्टी ‘अपना दल’ के शीर्ष नेतृत्व से पूछ रही है:
– ‘अपना दल’ पिछड़ों के आरक्षण का विरोधी क्यों है?
– डबल इंजन के अलावा घर में दो-दो मंत्री होते हुए भी मिर्ज़ापुर के विकास का इंजन स्टार्ट क्यों नहीं हुआ?
– मिर्ज़ापुर के किसानों के खेत अच्छी पैदावार की आस में सूखे-सूने क्यों रह गए? किसानों के लिए उन्होंने कुछ किया क्यों नहीं?
– युवाओं के लिए नौकरी के नए अवसर स्थानीय स्तर पर पैदा क्यों नहीं किए और जो कारख़ाने थे उनमें रोज़गार क्यों नहीं दिलवाया?
– मंत्री रहते हुए भी मिर्ज़ापुर में नए उद्योग-कारख़ाने क्यों नहीं लगाए?
– मिर्ज़ापुर के कारोबार को GST के भ्रष्टाचार की मार से बचाने के लिए कोई क़दम क्यों नहीं उठाया?
– मिर्ज़ापुर के क़ालीन उद्योग को पूँजीपतियों के फ़ायदे के लिए बंद होने के कगार तक क्यों ले गये?
– महंगाई के मारे मिर्ज़ापुर के लोगों की कमाई बढ़ाने के लिए या कालीन बनाने की बढ़ती लागत घटाने के लिए, कोई भी कोशिश क्यों नहीं करी?
– महिला होते हुए भी महिलाओं के अपमान और तिरस्कार पर चुप क्यों रहीं?
– आदिवासियों को उत्पीड़न, अत्याचार, शोषण और अपमान से बचाने के लिए कोई प्रयास क्यों नहीं किया?
मिर्ज़ापुर ने बदलाव के तानेबाने पर जनता की सरकार के स्वागत के लिए नयी उम्मीदों का नया क़ालीन बना लिया है।
मिर्ज़ापुर की जनता ‘इंडिया गठबंधन’ के सपा प्रत्याशी श्री रमेश चंद बिंद जी के चुनाव चिन्ह ‘साइकिल’ का बटन दबाकर और उन्हें ऐतिहासिक वोटों से जिताकर इतिहास बनाने जा रही है।