यूपी 80 न्यूज़, लखनऊ
समाजवादी पार्टी प्रदेश मुख्यालय में गुरुवार को लखनऊ में छत्रपति शाहूजी महाराज की 191वीं जयन्ती मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। श्री यादव ने छत्रपति शाहूजी महाराज के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। इस मौके पर अखिलेश यादव ने सामाजिक न्याय के राज्य की स्थापना का संकल्प लिया और रिवरफ्रंट पर बहुजन महापुरुषों का म्यूजियम एवं लोकभवन में छत्रपति शाहूजी महाराज जी की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की।

अखिलेश यादव ने इस अवसर पर कहा कि छत्रपति शाहूजी महाराज ने 26 जुलाई 1902 को कोल्हापुर राज्य में आरक्षण व्यवस्था लागू कर पिछड़े और वंचित वर्गो को अधिकार और सम्मान देने का कार्य किया। उन्हीं के अनुसरण में समाजवादी पार्टी ने संविधान मान स्तम्भ की स्थापना की है।

श्री यादव ने कहा आज भाजपा की सरकार में संविधान और आरक्षण खतरे में है। भाजपा हार्टलेस है। भाजपा का एनडीए गठबन्धन नकारात्मक लोगों का गैंग है। भाजपा संविधान का सम्मान नहीं करती है। भाजपा से संविधान को बचाना है। भाजपा समाज में भेदभाव पैदा करती है। धर्म को धर्म से और जाति को जाति से लडाने का कार्य कर रही है। भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। लोगों की आवाज दबाई जा रही है। पीडीए को अपमानित किया जा रहा है। भाजपा ने समाज में नफरत फैलाया है।
अखिलेश यादव ने कहा आज हालत यह है कि लोग भगवत गीता सुन सकते है लेकिन बोल नहीं सकते है। समाजवादी पार्टी का पीडीए ही सामाजिक न्याय की अवधारणा है। सभी पीड़ित, दुखी और अन्याय से परेशान लोग पीडीए का हिस्सा है। समाजवादी पार्टी इनके न्याय और सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए कार्य कर रहीं है।
अखिलेश यादव ने कहा कि महात्मा बुद्ध, ज्योतिबाफुले, डा0 अम्बेडकर, गॉधी जी और डा0 लोहिया की एक सशक्त परम्परा है, जो आडंबर और अंधविश्वास की विरोधी है। समाजवादी पार्टी उन्ही के रास्ते पर चल रही है।
जयन्ती समारोह में तमाम वक्ताओं ने कहा कि 2027 के चुनाव में लोकतंत्र की परीक्षा में पीडीए समाज का सबसे बड़ा योगदान होगा। अखिलेश यादव, शाहूजी के विचारों के प्रतिनिधि हैं। वे सामाजिक न्याय के लिए निरंतर संघर्षशील है। समाज में सद्भाव और सौहार्द से वे नफरत की राजनीति की काट कर रहे है।
अखिलेश यादव को छत्रपति शाहूजी की प्रतिमा तथा अन्य स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए। इस अवसर पर सांसद आर0के0 चौधरी, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी, पूर्व मंत्री चन्द्रदेव राम करेली, सांसद एसपी सिंह पटेल, प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल, विधायक डॉ आरकेवर्मा, डॉ एच एन पटेल, संदीप पटेल, अरूण वर्मा पूर्व विधायक, प्रोफेसर रविकान्त, प्रो. लक्ष्मण यादव, केजीएमयू के पूर्व रजिस्ट्रार वीपी सिंह, एडवोकेट कृष्ण कन्हैया पाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष समाजवादी अधिवक्ता सभा, अन्तर्राष्ट्रीय जादूगर रामरति पटेल, प्रो0 विनीत वर्मा, डा. आशुतोष वर्मा, श्रितेश सिंह पटेल, पुनीत चन्द्रा, डा0 उमेश चौधरी, डा0 संजय चौधरी, महेश पटेल, पवन यादव, दूधनाथ पटेल, डा0 एच एन पटेल के0के0 वर्मा, राम किशोर पटेल, राजबाबू (से.नि.आईपीएस), डीके चौधरी (पूर्व डीआईजी) समेत बड़ी संख्या में नेता, कार्यकर्ता मौजूद रहे।