यूपी80 न्यूज, लखनऊ
सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव Akhilesh Yadav ने सपा Samajwadi Party के कद्दावर नेता आजम खान Azam Khan और उनके परिवार को अलग-अलग जेल में रखे जाने पर आपत्ति जताई है। अखिलेश यादव ने इसे लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा कि आजम खान के परिवार को जिस प्रकार प्रताड़ित किए जाने का कुचक्र चल रहा है, वो बेहद निंदनीय है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर इसे लेकर लिखा कि आजम खान जी के परिवार को जिस प्रकार प्रताड़ित किए जाने का कुचक्र चल रहा है वो बेहद निंदनीय है। परिवार के सदस्यों को अलग-अलग जेलों में करना सत्ताधारियों की सियासत का पुराना चलन है और उम्र के तक़ाज़े से किसी भी हाल में जायज नहीं। इंसाफ के लिए उनके संघर्ष में हम सब साथ खड़े रहे हैं और रहेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री मोहम्मद आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को रविवार को तड़के रामपुर जिला कारागार से क्रमश: सीतापुर और हरदोई की जेल भेज दिया गया। फर्जी जन्म प्रमाण पत्रों के मामले में 18 अक्टूबर 2023 को आजम खान, उनकी पत्नी पूर्व सांसद डॉ. तजीन फातिमा और छोटे बेटे अब्दुला आजम खान को एक अदालत ने सात-सात वर्ष कारावास की सज़ा सुनाई थी और 50-50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके बाद तीनों को रामपुर जिला कारागार भेज दिया गया था।
आजम और अब्दुल्ला की जेलें बदली गयी हैं, तंजीन फातिमा रामपुर जिला जेल में ही रहेंगी। रामपुर जेल से निकलते समय आजम खान ने पत्रकारों से आशंका जताते हुए कहा कि हमारा एनकाउंटर किया जा सकता है। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्र राजनीति से राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले 75 वर्षीय आजम खान रामपुर से 10 बार विधायक, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य तथा उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं। अदालत से भड़काऊ भाषण मामले में सजा सुनाये जाने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गयी थी। वह 2022 में रामपुर से सपा से विधानसभा सदस्य चुने गये थे। 2019 के चुनाव में वह रामपुर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। विधानसभा सदस्य चुने जाने के बाद संसद की सदस्यता से त्यागपत्र दिया था।